शुद्ध चारित्र्य के कारण राम विजयी हुए : डॉ. मोहन भागवत जी
July 19, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • ऑपरेशन सिंदूर
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • जनजातीय नायक
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • ऑपरेशन सिंदूर
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • जनजातीय नायक
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम संघ

शुद्ध चारित्र्य के कारण राम विजयी हुए : डॉ. मोहन भागवत जी

शनिवार को धामणगाव तहसील के मंगरूळ दत्त स्थित मंगला माता देवस्थान पहुंचे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत जी

by WEB DESK
Feb 24, 2024, 11:22 pm IST
in संघ
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

नागपुर । राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत जी ने कहा कि मनुष्य में सत्व, राजस एवं तमस, ऐसे तीन गुण वास करते हैं। हम जब उपासना करते हैं, उस समय निश्चित ही हमारे सत्व गुण बढ़ते हैं, शक्ति में वृद्धि होती है। श्रीराम सभी सद्गगुणों के प्रतीक हैं। तमो गुण का नाश कर सत्वगुण का स्वीकार करने से सभी क्षेत्रों में यश प्राप्त होता है। किसी भी प्रकार का युद्ध हो, उसमें सहभाग लेते समय शुद्ध चरित्र आवश्यक है। श्रीराम के इसी शुद्ध चरित्र के कारण वे विजयी हुए और तमो गुण के चलते रावण पराजित हुआ। आसुरी शक्तियों का सदा अंत होता है।

उन्होंने कहा कि संघ के द्वितीय सरसंघचालक श्रीगुरुजी ने सत्कार्य में अपना जीवन व्यतीत किया। इसी वजह से आज हमें यह संकल्प देखने और प्रत्यक्ष करने को मिल रहा है।

डॉ. मोहन भागवत जी शनिवार को धामणगाव तहसील के मंगरूळ दत्त स्थित मंगला माता देवस्थान पहुंचे। इस संस्थान को माहूरका उपशक्तिपीठ माना जाता है। यहां संघ के द्वितीय सरसंघचालक श्रीगुरुजी द्वारा इसी मंदिर में आने के प्रसंग को ८१ वर्ष पूर्ण हुए हैं। श्रीगुरुजी जब यहां आए थे, तो एक छोटी सी कुटिया में यह मंदिर था। अब इसे भव्य-दिव्य स्वरूप प्राप्त हो चुका है।

सरसंघचालक जी ने कहा कि शील न हो तो शक्ति नहीं आती और शक्ति के बिना संकल्प पूरा नहीं हो सकता। जहां शील है, वहां संकल्प पूर्ण होता ही है और विवेक हो तो सभी बातें सहज हो जाती हैं। जहां अहंकार आता है, वहां कुछ भी संभव नहीं होता। रावण महापराक्रमी था, महाबलवान था, सभी गुणों से संपन्न था। किंतु, रावण के भीतर अहंकार आ जाने से उसे पराजय स्वीकारनी पड़ी। दूसरी ओर सर्व शक्तिमान श्रीराम सदा विवेकपूर्ण एवं अहंकार मुक्त होने से उन्होंने रावण को मात दी।

इस मंगलमय अवसर पर सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत जी ने मंगला माता की आरती की।

मंगरूळ दत्त स्थित श्री मंगला माता मंदिर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के द्वितीय सरसंघचालक परमपूज्य श्री माधव सदाशिवराव गोळवलकर (श्रीगुरुजी) का वर्ष १९४२ में आगमन हुआ था। उस प्रसंग के ८१ वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में मंगला माता मंदिर के १०० साधकों द्वारा श्री गुरुचरित्र पारायण समारोह, घोरकष्टोद्धरण स्त्रोत के एक हजार पाठ का अनुष्ठान, मंगरूळ के पुरोहितों द्वारा श्री दुर्गा सप्तशती के ११०० पाठ तथा ५००० भक्तों द्वारा घर-घर श्री हनुमान चालीसा उपासना अभियान इत्यादि विविध धार्मिक कार्यक्रमों को आयोजन किया गया।

इस अभियान का समापन समारोह सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत जी की प्रमुख उपस्थिति में हुआ। इस अवसर पर मंच पर जिला संघचालक विपिन काकडे और मंगला माता देवस्थान संस्था के अध्यक्ष प्रभाकर खानझोडे उपस्थित रहे।

प्रभाकर खानझोडे ने मंदिर तथा मंगरूळ का इतिहास बताया। मंगरूळ जैसे छोटे गांव से संघ के लिए ४ प्रचारक निकले। मंगला माता मंदिर के विकास में संघ के कार्यकर्ताओं के योगदान का स्मरण किया। मंदिर के मुख्य पुजारी मोहन देव ने संकल्प वाचन किया।कार्यक्रम में मंगरूळ तथा परिसर से महिला व पुरुषों की बड़ी संख्या में उपस्थिति रही। अनेक संत, महंत भी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन वैभव पोद्दार तथा धन्यवाद ज्ञापन सचिव रवींद्र देशपांडे ने किया।

Topics: मंगला माता देवस्थानधामणगाव तहसीलमंगरूळ दत्तराष्ट्रीय स्वयंसेवक संघमाहूरका उपशक्तिपीठRashtriya Swayamsevak SanghSangh Samacharसंघ समाचारMangala Mata Devasthanआरएसएस समाचारRSS Samacharडॉ. मोहन भागवतDhamangaon TehsilDr. Mohan BhagwatMangrul Duttआरएसएस सरसंघचालकMahurka Upshaktipeeth.RSS Sarsanghchalak
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

श्री गिरीश प्रभुणे को सम्मानित करते श्री भैयाजी जोशी

पुणे में समाजसेवी गिरीश प्रभुणे अमृत महोत्सव में समाज में ईश्वर को देखने की दृष्टि विकसित

‘सामाजिक समरसता वेदिका’ द्वारा संचालित सिलाई केंद्र में प्रशिक्षण प्राप्त करतीं लड़कियां

इदं न मम् : तेलंगाना में ‘सामाजिक समरसता वेदिका’ के प्रयासों से परिवर्तन से हुई प्रगति

Supreme Court

अभिव्यक्ति की आजादी के नाम पर कुछ भी पोस्ट नहीं कर सकते, SC ने कार्टूनिस्टोंं और स्टैंडअप कॉमेडियनों पर की सख्त टिप्पणी

चतुर्थ सरसंघचालक श्री रज्जू भैया

RSS के चौथे सरसंघचालक जी से जुड़ा रोचक प्रसंग: जब रज्जू भैया ने मुख्यमंत्री से कहा, ‘दुगुनी गति से जीवन जी रहा हूं’

RSS का शताब्दी वर्ष : संघ विकास यात्रा में 5 जनसंपर्क अभियानों की गाथा

गुरु पूर्णिमा पर विशेष : भगवा ध्वज है गुरु हमारा

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

Germany deported 81 Afghan

जर्मनी की तालिबान के साथ निर्वासन डील: 81 अफगान काबुल भेजे गए

ज्ञान सभा 2025 : विकसित भारत हेतु शिक्षा पर राष्ट्रीय सम्मेलन, केरल के कालड़ी में होगा आयोजन

सीबी गंज थाना

बरेली: खेत को बना दिया कब्रिस्तान, जुम्मा शाह ने बिना अनुमति दफनाया नाती का शव, जमीन के मालिक ने की थाने में शिकायत

प्रतीकात्मक चित्र

छत्तीसगढ़ के अबूझमाड़ में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में छह नक्सली ढेर

पन्हाला दुर्ग

‘छत्रपति’ की दुर्ग धरोहर : सशक्त स्वराज्य के छ सशक्त शिल्पकार

जहां कोई न पहुंचे, वहां पहुंचेगा ‘INS निस्तार’ : जहाज नहीं, समंदर में चलती-फिरती रेस्क्यू यूनिवर्सिटी

जमानत मिलते ही करने लगा तस्करी : अमृतसर में पाकिस्तानी हथियार तस्करी मॉड्यूल का पर्दाफाश

Pahalgam terror attack

घुसपैठियों पर जारी रहेगी कार्रवाई, बंगाल में गरजे PM मोदी, बोले- TMC सरकार में अस्पताल तक महिलाओं के लिए सुरक्षित नहीं

अमृतसर में BSF ने पकड़े 6 पाकिस्तानी ड्रोन, 2.34 किलो हेरोइन बरामद

भारतीय वैज्ञानिकों की सफलता : पश्चिमी घाट में लाइकेन की नई प्रजाति ‘Allographa effusosoredica’ की खोज

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • जीवनशैली
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies