कर्णावती। गुजरात पुलिस को ड्रग्स का और एक बड़ा कंसाइनमेंट जब्त करने में बहुत बड़ी सफलता प्राप्त हुई है। वेरावल बंदरगाह से 350 करोड़ की हेरोइन जब्त की गई है। दरियाई मार्ग से 50 किलो हेरोइन फिशिंग बोट के ज़रिए वेरावल लाई जा रही थी । इस घटना में पुलिस ने नौ नविकों और उसके मुखिया को गिरफ्तार किया है।
गुजरात के गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी ने दो दिन पहले ही विधानसभा में कहा था कि गुजरात सरकार ड्रग्स के खिलाफ अब अभियान नहीं जंग छेड़ेगी। उनकी यह बात दो दिन में ही सच साबित हो गई। गुजरात पुलिस ने वेरावल बंदरगाह से 350 करोड़ का हीरोइन जब्त किया है। अरबी समुद्र के रास्ते से ज्यादातर नशीले पदार्थ गुजरात तक लाये जाते हैं, लेकिन इस ऑपरेशन के बारे में पुलिस को पहले से ही खबर मिल चुकी थी। खबर के अनुसार वेरावल के करीब अरबी समुद्र के रास्ते से फिशिंग बोट में नशीले पदार्थ वेरावल बंदरगाह आए है ऐसी खबर पुलिस को मिली थी। जिसके आधार पर गुरुवार देर रात को पुलिस ने यह ऑपरेशन शुरू किया। गिर सोमनाथ के एसपी मनोहर सिंह जडेजा की टीम द्वारा यह ऑपरेशन शुरू किया गया और 350 करोड़ का हेरोइन गुजरात के युवाधन तक पहुंचने से पहले ही जब्त कर लिया गया। फिशिंग बोट में 50 किलो हेरोइन के साथ 9 नाविक और उनके मुखिया को पुलिस ने दबोच लिया। अभी एक किलो हेरोइन की अंतरराष्ट्रीय कीमत 7 करोड़ चल रही है इसके हिसाब से 50 किलो हेरोइन की कीमत 350 करोड़ है। अब इस पूरे मामले में गुजरात ATS, गिर सोमनाथ SOG, LCB, FSL और मरीन एजेंसी साथ मिलकर तहकीकात कर रही है। इस मेगा ऑपरेशन के बारे में गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी ने ट्वीट करके जानकारी दी और इस सफल ऑपरेशन के लिए गिर सोमनाथ पुलिस को बधाई भी दी।
9 नविकों और मुखिया में से तीन मुख्य आरोपी
पुलिस ने जिन नौ नविकों को गिरफ्तार किया है उनमें से तीन नाविक मुख्य आरोपी माने जा रहे हैं। यह तीन आरोपियों में धर्मेंन बुद्धिलाल कश्यप, गांव मोहम्मदपुर, जिला कानपुर, उत्तर प्रदेश, आसिफ जुसब समा, जिला जामनगर, गुजरात और अरबाज अनवर मेमन जामनगर, गुजरात का समावेश हो रहा है।
बोट मलिक ने पुलिस को खबर दी
इस पूरे ऑपरेशन में जो फिशिंग बोट जब्त किया गया है उस बोट के मालिक जीतू कुहाड़ा सबसे महत्वपूर्ण किरदार है। बोट मालिक ने ही पुलिस को इस हेराफेरी की जानकारी दी जिसकी वजह से यह ऑपरेशन सफल हो पाया। जीतू कुहाड़ा को अपने नाविकों के मुखिया पर आशंका थी और इसी आशंका के चलते उन्होंने मुखिया पर नजर रखी हुई थी। जीतू कुहाड़ा ने बताया कि गुरुवार रात 9:00 बजे जब फिशिंग बोट बंदरगाह की जेटी पर आई तब एक अनजान मोटरकार भी जेटी पर आई। जिसमें से दो अंजान लोग नीचे उतरे और उन्होंने नाविकों के मुखिया से एक पार्सल अपने हाथ में लिया और जल्दी से मोटरकार में निकल गए। पहले से ही निगरानी में रखे गए जीतू कुहाड़ा के आदमियों ने इस मोटरकार का पीछा किया और वेरावल बंदरगाह से 2 किलोमीटर दूर इस मोटरकार को बीच में ही रोक दिया। बाद में इस पूरी घटना के बारे में गिर सोमनाथ एसपी को जानकारी देते ही पुलिस ने नाविकों के साथ मुखिया को भी दबोच लिया। पुलिस को इन नाविकों के पास से एक सेटेलाइट फोन भी बरामद हुआ है। अब पुलिस ने यह ड्रग्स कहां से आया था, किसके लिए आया था और कौन यह कंसाइनमेंट रिसीव करने वाला था इन तमाम सवालों का जवाब ढूंढने की दिशा में तहकीकात शुरू की है।
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