हरिद्वार। करीब साढ़े पांच हजार साल पुराने सिद्धेश्वर महादेव मंदिर का जीर्णोद्धार कराया जा रहा है। जगदगुरु स्वामी राजराजेश्वराश्रम महाराज ने शिल्पकारों को छेनी-हथौड़ी सौंपकर मंदिर का जीर्णोद्धार कार्य शुरू कराया। इस दौरान मंदिर ट्रस्ट से जुड़े सदस्यों ने महादेव की पूजा-अर्चना की। जीर्णोद्धार के लिए आयोजित कार्यक्रम में देश के कोने-कोने से आए श्रद्धालु शामिल हुए और हर हर महादेव के जयघोष के साथ मंदिर की कार सेवा का काम शुरू हुआ।
हरिद्वार के कनखल में स्थापित जगद्गुरु शंकराचार्य आश्रम में सिद्धेश्वर महादेव मंदिर करीब साढ़े पांच हजार वर्ष पुराना है। इस मंदिर के गर्भगृह से लेकर समूचे चबूतरे का विस्तार किया जाना है। इस काम के लिए मंदिर विशेषज्ञ पिछले कई महीने से शोध और सर्वे कर रहे थे।नई योजना में मंदिर में दो द्वार बनेंगे, इसमें एक प्रवेश के लिए और एक निकास के लिए होगा। राजस्थानी शैली में बनने वाले इस मंदिर में लाल पत्थर का इस्तेमाल किया जाएगा। श्रीजगद्गुरु न्यास के महामंत्री रविंद्र भदौरिया ने बताया कि स्वयं सिद्ध सिद्धेश्वर महादेव मंदिर की आयु देश-विदेश के पुरातत्व वैज्ञानिकों ने साढ़े पांच हजार वर्ष पूर्व की प्रमाणित की है। भगवान शिव सृष्टि के अधिष्ठाता अधिपति हैं। उनके मंदिर के जीर्णोद्धार की आवश्यकता पड़ी, जिसे सभी ने सहमति देकर शुरू कराया है। इस संकल्प में मुख्य यजमान विजय कुमार और उनके पुत्र अमित कुमार शामिल हुए।
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