बरेली। यूपी के बरेली जिले में लालच देकर अनपढ़-गरीब हिन्दू परिवारों के अवैध धमतांतरण का षडयंत्र सामने आने पर हिन्दू संगठन गुस्से में आ गए हैं। बरेली देहात में पब्लिक ने ईसाई मिशनरी के लिए काम कर रहे रमेश मैसी नामक शख्स को मौके से दबोच लिया। पुलिस ने अवैध धर्मांतरण मामले में केस दर्ज कर मैसी को गिरफ्तार कर लिया है। उसकी साथी महिला की तलाश जारी है।
पुलिस के अनुसार, प्रलोभन देकर हिन्दू समाज के लोगों के मतांतरण की साजिश बरेली के थाना फरीदपुर इलाके में सामने आई है। क्षेत्र के गांव अंधरपुरा में ईसाई मिशनरी से जुड़े लोग भोले-भाले हिन्दू परिवार को गुमराह करने का षडयंत्र कर रहे थे। गांव के रामगोपाल काम बाहर पर गए थे। ईसाई मिशनरी के लिए काम करने वाला फतेहगंज पश्चिमी निवासी रमेश चंद्र मैसी एक महिला के साथ रामगोपाल के घर पहुंचा और उसकी पत्नी मोटी रकम दिलाने का झांसा देकर ईसाई बनने को कहा।
परिवार के लोग उनका षडयंत्र समझ गए और स्थानीय लोगों को बुला लिया। जानकारी मिलते ही विश्व हिंदू परिषद के जिला अध्यक्ष मानवेंद्र राणा, कपिल, धर्मेंद्र चौधरी सहित हिन्दू संगठनों के तमाम कार्यकर्ता भी अंधरपूरा गांव पहुंच गए और कार्रवाई की मांग को लेकर हंगामा शुरू कर दिया। पब्लिक ने मौके से ईसाई मिशनरी के साथी रमेश मैसी को भी दबोच लिया। हंगामे की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंच गई और मैसी को थाने ले गई। रमेश चंद मैसी के पास से ईसाई प्रचार से जुड़ी सामिग्री बरामद हुई है। थाना प्रभारी रामसेवक ने मीडिया को बताया कि रमेश चंद्र मैसी के खिलाफ धर्मांतरण को दबाव बनाने के मामले में केस दर्ज कर उसको गिरफ्तार कर लिया गया है। उसकी साथी महिला की तलाश जारी है।
पकड़े गए रमेश मैसी ने पुलिस की पूछताछ में बताया कि उसको मिशनरी ने उसको अंधरपुरा गांव के 51 हिन्दू परिवारों को ईसाई बनाने का लक्ष्य दिया था। पहले ही दिन पब्ल्कि ने उनकी साजिश नाकाम कर दी। बता दें कि बरेली में हिन्दू समाज के अशिक्षित एवं भोले-भाले लोगों के मतांतरण का षडयंत्र पहले भी सामने आता रहा है। पिछले साल फरीदपुर में हिन्दू संगठनों ने मतांतरण की साजिश कर रहे ईसाई मिशनरी से जुड़े लोगों को घेर लिया था। ईसाई मिशनरी के खिलाफ पुलिस ने उस समय भी केस दर्ज कर कार्रवाई की थी।
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