कर्णावती । गुजरात के भरूच में इंडी गठबंधन के तहत उम्मीदवार घोषित करने के मामले में आप और कांग्रेस में भूचाल मचा हुआ है। भरूच लोकसभा सीट के लिए आम आदमी पार्टी ने चैतर वसावा का नाम घोषित कर दिया है और वहीं दूसरी और कांग्रेस कि स्थानीय नेतागिरी ने इंडी गठबंधन और चैतर वसावा, दोनों का विरोध करते हुए मल्लिकार्जुन खड़गे को पत्र लिखा है।
लोकसभा चुनाव में भाजपा को हराने के लिए एकत्रित हुए विपक्षी दलों का इंडीयन एलाइंस दिल्ली में बैठकों के तालमेल के लिए सीट कर रहा है और वहीं दूसरी और गुजरात के भरूच में इसी एलायंस के दो पक्ष कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के स्थानीय नेताओं के बीच गठबंधन के तहत उम्मीदवार को पसंद करने के मामले में भूचाल मचा हुआ है। भरूच लोकसभा सीट पर आम आदमी पार्टी ने डेडियापाड़ा के विधायक चैतर वसावा का नाम घोषित कर दिया है और वसावा ने आज से भरूच में जन स्वाभिमान यात्रा के तहत प्रचार भी शुरू कर दिया है। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस के भरूच जिला प्रमुख राजेंद्र सिंह राणाने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को पत्र लिखा है। इस पत्र में राणा ने इंडी गठबंधन के तहत भरूच में आगे न बढ़ने के लिए एवं चैतर वसावा को उम्मीदवार घोषित न करने के लिए मांग की है।
राणा ने पत्र में लिखा है कि मुस्लिम उम्मीदवार ही भरूच सीट से घोषित होना चाहिए। पूरे गुजरात में भरूच एक ही ऐसी सीट है जिस पर मुस्लिम उम्मीदवार रख सकते हैं ऐसे में आप के साथ गठबंधन करके आगे न बढ़ने के लिए राणा ने मांग की है।पत्र में आक्षेप किया गया है कि चैतर वसावा को शेर बनाया जा रहा है लेकिन हकीकत कुछ और ही है। साल 2022 के विधानसभा चुनाव में भरूच के साथ विधानसभा बैठकों पर कांग्रेस को 319131 मत मिले थे जबकि आप को 154954 मत मिले थे। जिसमें से 103433 मत सिर्फ डेडियापाड़ा सीट से मिले। भरूच विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने 7 में से 6 बैठकों पर अपनी डिपोजिट गवाई है। पत्र में साफ लिखा गया है कि कांग्रेस के कार्यकर्ता भरूच लोकसभा सीट पर आम आदमी पार्टी के साथ काम करने के लिए तैयार नहीं है इसलिए इस सीट पर मुस्लिम उम्मीदवार को टिकट दिया जाए।
वैसे काँग्रेस की तरफ से भरूच लोकसभा सीट पर पूर्व जिल्ला अध्यक्ष परिमल सिंह राणा का नाम घोषित कर सकती है। पूर्व दिवंगत नेता अहमद पटेल की बेटी मुमताज पटेल भी इस सीट से टिकट के लिए कतार में है लेकिन वफादारों की कभी कद्र न करनेवाली कांग्रेस मुमताज़ को साइडट्रैक कर परिमल सिंह के नाम पर मोहर लगाए ऐसी प्रबल संभावना है। अगर परिमल सिंह राणा का नाम घोषित होता है तब भी कांग्रेस को भरूच में स्थानीय नेताओं के विरोध का सामना करना पड़ेगा ऐसा सूत्रों का मानना है। क्योंकि स्थानीय काँग्रेसी कार्यकर्ता मुस्लिम उम्मीदवार चाहते है। ऐसे में भरूच लोकसभा सीट काँग्रेस को कितनी महंगी पड़ेगी यह तो समय ही बताएगा।
टिप्पणियाँ