आए दिन मौलानाओं और चर्च के पादरियों द्वारा बच्चों के यौन शोषण की खबरें अखबारों की सुर्खियां बनी रहती हैं। ऐसा ही एक बार फिर से हुआ है। इस बार की ये घटना पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया की है, जहां पर पुलिस ने एक चर्च के 74 वर्षीय पूर्व पादरी को बच्चों समेत कई युवाओं के यौन शोषण के मामले में गिरफ्तार किया है। उस पर एक दो नहीं, बल्कि 29 आरोप हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक, आरोपी ब्रूम का पूर्व बिशप रह चुका है। उसकी पहचान क्रिस्टोफर सॉन्डर्स के तौर पर हुई है। पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया की पुलिस का कहना है कि बुधवार को आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया। उस पर आरोप है दो पुरुषों के यौन शोषण, मारपीट के 14, 16-18 वर्ष के बच्चों के यौन शोषण के तीन केस दर्ज हैं। पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बाद आरोपी ने जमानत लेने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उसे गैरजमानती वारंट के तहत गिरफ्तार किया है, इसलिए उसकी जमानत नहीं हो सकी। आरोपी को आज (गुरुवार) ब्रूम मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया जाएगा।
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वनवासियों पुरुषों को बनाया हवस का शिकार
आरोपी सॉऩ्डर्स पर आरोप है कि पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया के ब्रूम स्थित चर्च में वह 50 साल तक पादरी रहा। इस दौरान उसने वहां के वनवासी युवाओं का यौन शोषण किया। हालांकि, वो इन आरोपों से इनकार करता रहा है। इन्हीं आरोपों के बाद 2020 में बहुत बवाल खड़ा हो गया था। मामला वेटिकन सिटी तक पहुंचा। बाद में उसने दबाव में आते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया और साल 2021 में पोप फ्रांसिस ने उसका इस्तीफा स्वीकार कर लिया था। आरोपी पादरी क्रिस्टोफर सॉन्डर्स के खिलाफ सबसे साल 2018 में यौन शोषण के आरोप लगाए गए थे।
वेटिकन में सॉन्डर्स के खिलाफ जांच शुरू हो गई थी, बाद में पिछले वर्ष मई 2023 को इस मामले की जांच को पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया पुलिस को सौंप दिया गया था। द गॉर्जियन के मुताबिक, आरोपी पादरी ने वर्ष 1975 में चर्च ज्वाइन किया था और 1995 में उसे पादरी बना दिया गया था।
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