गांधीनगर । गुजरात राज्यसभा के चुनाव में तमाम चार बैठकों पर भाजपा के चार उम्मीदवार निर्विरोध विजेता घोषित किए गए हैं। कांग्रेस ने अपनी तरफ से उम्मीदवार को मैदान में उतारा ही नहीं जिसकी वजह से भाजपा के चारों उम्मीदवार निर्विरोध विजेता घोषित हुए। भाजपा के संख्याबल को देखते हुए तमाम चार बैठकों पर भाजपा का विजय निश्चित माना जा रहा था।
गुजरात में चार राज्य सभा सीट के लिए 27 फरवरी को चुनाव होने जा रहा था। आज नामांकन पत्र वापस लेने की अंतिम तारीख थी लेकिन कांग्रेस ने अपनी तरफ से कोई उम्मीदवार घोषित नहीं किया और दूसरी तरफ एक निर्दलीय उम्मीदवार परेश मुलानी ने फॉर्म भरा हुआ था लेकिन समर्थन न मिलने पर निर्दलीय उम्मीदवार का फॉर्म रद्द कर दिया गया। भाजपा की तरफ से डमी उम्मीदवार के तौर पर रजनी पटेल ने नामांकन पत्र भरा था लेकिन आज उन्होंने भी अपना नामांकन पत्र वापस ले लिया जिसके चलते आज भाजपा के चारों उम्मीदवार जे पी नड्डा, गोविंद ढोलकिया, मयंक नायक और डॉ जसवंत सिंह परमार निर्विरोध विजेता घोषित किए गए।
वैसे देखा जाए तो भाजपा को राज्यसभा चुनाव को लेकर ज्यादा तैयारियां करने की ज़रूरत नही रही, क्योंकि भाजपा का विधायकों का संख्या बल ही तमाम चार राज्यसभा सीटों पर जीत पाने के लिए काफी है। गुजरात राज्यसभा सीटों का समीकरण समजे तो गुजरात की जिन 4 राज्यसभा सीटों की मुदत 3 अप्रैल को पूर्ण हुई उनमें से 2 सीट भाजपा के पास और 2 सीट कांग्रेस के पास है। लेकिन इसबार विधानसभा चुनाव में 156 सीटों पर भाजपा की जीत का सीधा फायदा राज्यसभा चुनाव में मिला। गुजरात विधानसभा की वर्तमान स्थिति देखते हुए 4 विधायक के इस्तीफे के बाद 178 विधायक है, जिसके हिसाब से राज्यसभा में एक उम्मीदवार को जीतने के लिए 37 मत की ज़रूरत थी। चार सीट पर विजय के लिए 148 मत चाहिए और भाजपा के पास 156 का संख्या बल है, जिसकी वजह से चारो सीटों पर भाजपा का विजय निश्चित हुआ।
काँग्रेस की बात करे तो काँग्रेस के पास अभी जो संख्या बल है वह 15 विधायक का है। एक सीट पर जीत के लिए 37 मत चाहिए, जिसके हिसाब से काँग्रेस को 22 मत कम पड़ रहे थे। हर तरफ से हार का सामना कर रही काँग्रेस ने गुजरात राज्यसभा चुनाव में अपनी नाक को संभालते हुए उम्मीदवार घोषित नही करने का निर्णय लिया। भाजपा के विजय पर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सी आर पाटिल ने तमाम विजेताओं को शुभकामनाएं दी।
यह 4 राज्यसभा सांसद निवृत्त हुए
भाजपा से केंद्रीय मंत्री मनसुख मांडविया और केंद्रीय मंत्री पुरुषोत्तम रुपाला एवम कांग्रेस से एमी याग्निक और नारन राठवा की टर्म पूर्ण हुई। गुजरात मे कुल 11 राज्यसभा बैठके है जिनमे से 8 भाजपा के पास और 3 काँग्रेस के पास थी। काँग्रेस के 2 सांसद का टर्म पूर्ण होने के बाद एकमात्र सांसद शक्तिसिंह गोहिल रहे जिनकी टर्म 2026 में पूर्ण होगी। वर्ष 1960 के बाद पिछले 64 वर्ष में पहली बार ऐसा हुआ की काँग्रेस के पास राज्यसभा में सिर्फ एक ही सीट रहेगी। अब चारों सीट पर भाजपा के उम्मीदवारों की जीत से गुजरात भाजपा से अब 10 सांसद प्रतिनिधित्व करेंगे।
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