जूनागढ़ और कच्छ में भड़काऊ भाषण देने वाले मौलाना मुफ्ती को अरावली की मोडासा पुलिस ने 5 दिन की रिमांड पर लिया था। रिमांड खत्म होने के बाद अब मौलाना को न्यायिक हिरासत में कर्णावती की साबरमती जेल भेज दिया गया है। जूनागढ़ में व्यसन मुक्ति कार्यक्रम में भड़काऊ भाषण देने वाले मुंबई के मौलाना मुफ्ती अजहर के खिलाफ जूनागढ़ में पुलिस में शिकायत दर्ज की गई थी। जिसके चलते गुजरात एटीएस ने मौलाना को मुंबई के घाटकोपर स्थित उनके आवास से गिरफ्तार कर लिया और गुजरात ले आई। तब से मौलाना अलग-अलग पुलिस की रिमांड पर रहे। पहले जूनागढ़, फिर कच्छ की सामाखियाली और अंत में अरावली की मोडासा पुलिस ने मौलाना को रिमांड पर लिया था।
मौलाना ने 24 दिसंबर को मोडासा में एक धार्मिक कार्यक्रम में भड़काऊ भाषण दिया था। इस कार्यक्रम में मुफ्ती ने अनुसूचित जाति की भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाला भाषण भी दिया था। इस भड़काऊ भाषण के लिए मौलाना मुफ्ती के खिलाफ मोडासा टाउन पुलिस स्टेशन में धारा 153 और एट्रोसिटी एक्ट के तहत शिकायत दर्ज की गई थी। कार्यक्रम के आयोजक इशाक गोरी के खिलाफ भी शिकायत दर्ज की गई थी। कोर्ट ने मुफ्ती की 5 दिन की रिमांड मंजूर की थी।
ट्रांसफर वारंट के जरिए मौलाना को हिरासत में लेने वाली मोडासा पुलिस ने रिमांड खत्म होने के बाद शनिवार को उसे सेशन कोर्ट में पेश किया था। जहां उनकी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उन्हें न्यायिक हिरासत में कर्णावती की साबरमती जेल में भेज दिया गया है।
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