राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ चित्तौड़ प्रांत के मुरलीधर जी ने कहा कि जन्म और मरण के बीच का जो समय है वही जीवन उद्देश्य के साथ जीना ही महत्वपूर्ण है। उन्होंने अपना जीवन ‘वन लाइफ वन मिशन’ के उद्देश्य के साथ जिया है।
प्रांत के धर्म जागरण प्रमुख महिपाल सिंह जी ने कहा कि उन्होंने अपने जीवन में जो भी कार्य किया है, वह सतर्कता और दृढ़ता पूर्वक किया है। संघ कार्यालय उदयपुर के सह प्रमुख सोहन सिंह जी ने कहा कि उन्हें संघ कार्यालय आए हुए 19 महीने हुए हैं इसमें उन्हें ललित जी से पितृ तुल्य स्नेह मिला है। जीवन की अंतिम समय में भी सभी कार्य स्वयं ही करते थे।
संघ कार्यालय के सह व्यवस्था प्रमुख मोहन सिंह कोठारी ने कहा कि मेरा अधिकांश समय ललित जी के साथ निकलता था, वे अपने जीवन के संस्करणों से उनको सीख देते थे। उनके जीवन के अनुभव ने कार्य करने की प्रेरणा दी।
राजस्थान वनवासी कल्याण परिषद के गोपाल कुमावत ने कहा कि जनजाति क्षेत्र में ललित जी ने पूरे मनोयोग के साथ संघ का कार्य किया। पूरे परिश्रम के साथ उन्होंने कार्य किया है। रमेश जी शुक्ल ने भी उनके जीवन के संस्मरण सुनाये।
उदयपुर महानगर कार्यवाह विष्णु नागदा ने ललित जी माथुर के जीवन पर प्रकाश डाला। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्रीय कार्यकारिणी सदस्य सुरेंद्र सिंह जी, उदयपुर विभाग प्रचारक आनंद प्रताप जी, भारतीय किसान संघ के प्रांत संगठन मंत्री धनराज जी भी उपस्थित थे।
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