Ayodhya: रामनगरी अयोध्या अपने हजारों मठों, मंदिरों और पौराणिक कथाओं के कारण पूरी दुनिया में जानी जाती है। वैसे तो लोग अयोध्या की पहचान उसके मठों, मंदिरों और संतों से करते हैं लेकिन यह नगरी कई रहस्यमयी कहानियों और मान्यताओं से भरी हुई है। इन्हीं मान्यताओं और रहस्यमयी कहानियों को जानने के लिए पाञ्चजन्य की टीम श्री राम जी की नगरी पहुंची। ऐसे में आज हम आपको कुछ ऐसी मान्यताओं से रूबरू कराने जा रहे हैं जिनके बारे में आप नहीं जानते होंगे।
ऐसे में अब आप सोच रहे होंगे कि अयोध्या नगरी में स्वर्गद्वार कहां है। मान्यताओं के अनुसार, अयोध्या में सरयू के तट के किनारे स्वर्ग द्वार है। अयोध्या नगरी में इतनी गालियां हैं कि अगर कोई अनजान व्यक्ति उन सकरी गलियों में चला जाए तो उसका वहां से निकलना मुश्किल हो जाता है। हालांकि एक मान्यता यह भी है कि मानसिक रूप से बीमार या पागल व्यक्ति जो स्वर्ग के द्वार से होकर गुजरता है वह ठीक हो जाता है लेकिन स्थानीय लोगों के मुताबिक, स्वर्ग के दरवाजे में वह गली कहां है, यह आज भी कोई नहीं जानता। इसी वजह से यह पूरा इलाका रहस्यमयी माना जाता है। पाञ्चजन्य की टीम इस बात का पता लगाने के लिए अयोध्या में रहने वाले स्थानीय लोगों से बातचीत की।
पाञ्चजन्य की टीम से बात करते हुए महंत अगस्त मुनि तिवारी बताते हैं कि वह पिछले 61 सालों से ‘गोरे राम’ जी की पूजा करते आ रहे हैं। मेरी उम्र 70 साल है। वह बचपन से सुनते आ रहा है कि स्वर्गद्वार में एक ऐसी गली है, जहां मानसिक रूप से कमजोर लोग अगर जाते हैं तो वो वह अपने आप ठीक हो जाते हैं। उन्होंने आगे कहा कि स्वर्गद्वार में वह गली कहां है, यह किसी को नहीं पता।
(स्वर्गद्वार के बारे में ये बातें मान्यताओं पर आधारित हैं पाञ्चजन्य इनकी पुष्टि नहीं करता है। अगर आपको यह स्टोरी पसंद आयी हो तो शेयर जरूर करें और इसी तरह की अन्य स्टोरीज पढ़ने के लिए जुड़े रहें आपकी अपनी वेबसाइट पांचजन्य के साथ।)
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