मेरठ। हापुड़ के खतरनाक अपराधी दिलशाद ने कानूनी कार्रवाई से बचने के लिए खुद को मृत दिखाने के लिए ऐसा षडयंत्र रचा कि जानकर किसी का भी कलेजा कांप उठेगा। साथी मुशाहिद और रेहान के साथ मिलकर उसने हरियाणा के नूंह से हिन्दू नौजवान आकाश का अपहरण किया और मेरठ लाकर उसकी हत्या कर शव का चेहरा बिगाड़ दिया। पत्नी गुलिस्तां से मृतक की पहचान भी दिलशाद के रूप में करा दी मगर पकड़े गए। पुलिस ने दिलशाद और मुशाहिद को गिरफ्तार कर आकाश हत्याकांड का खुलासा कर दिया है।
पुलिस के मुताबिक, हापुड़ में थाना हाफिजपुर क्षेत्र के गांव घुघराला का हिस्ट्रीशीटर दिलशाद पेशेवर अपराधी है। उसके खिलाफ विभिन्न थानों में लूट आदि के 16 मुकदमे दर्ज चल रहे हैं। एसएसपी मेरठ रोहित सजवाण ने मीडिया को बताया कि खरखौदा क्षेत्र में उलधन गांव के पास 30 सितंबर 2023 को अज्ञात युवक की लाश मिली थी। मृतक का चेहरा धारदार हथियार से काटकर बिगाड़ दिया गया था। जेब से एक डायरी मिली, जिसमें दिलशाद लिखा था।
पुलिस मारे गए युवक की पहचान की कोशिश में जुटी थी। अचानक चार दिन बाद हापुड़ से दिलशाद की पत्नी गुलिस्ता मेरठ पहुंची और मृतक की पहचान अपने शौहर के रूप में कर ली। पुलिस को शक हुआ तो छानबीन आगे बढ़ाई। दिलशाद के फोटो मंगवाए गए और मृतक के शरीर शरीर से मिलान का प्रयास किया गया। फोरेंसिक एक्सपर्ट की भी मदद ली गई। जिसके बाद खुलासा हुआ कि शव दिलशाद की नहीं था। इसके बाद दिलशाद के परिवार की निगरानी बढ़ाई गई तो भेद खुलता चल गया।
जांच में पता लगा कि शव हरियाणा के आकाश का था। जांच में सामने आया कि हापुड़ में निगरानी बढ़ने के बाद दिलशाद हरियाणा के मेवात में रहने लगा था। वहां उसने मीट का धंधा शुरू कर दिया। आकाश से उसने दोस्ती का नाटक किया। फिर षडयंत्र रच दिया। पुलिस ने छापेमारी कर दिलशाद को गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ में खुलासा हुआ है कि दिलशाद ने मुसाहिद और रिहान निवासी खगरौन खंडवा मध्यप्रदेश के साथ मिलकर हरियाणा के नूह निवासी आकाश प्रजापति का अपहरण किया था। दिलशाद मुकदमों से बचने के लिए खुद को मृत दर्शाना चाहता था। साथियों के संग आकाश को अगवा कर वह मेरठ लाया और यहां उसकी हत्या कर शव जंगल में फेंक दिया। पुलिस ने उसके साथी दिलशाद पर भी शिकंजा कस दिया है, जबकि फरार रेहान की तलाश में दबिशें जारी हैं।
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