उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में घर वापसी का मामला सामने आया है, जहां सलीम अंसारी ने इस्लाम त्याग करके सनातन धर्म स्वीकार कर लिया है। उन्होंने इसे घर वापसी बताते हुए कहा कि कई वर्षों से सनातन धर्म अपनाने की उसकी चाहत पूरी हुई। अब वे पूरी निष्ठा से हिंदू धर्म का पालन करेंगे।
सलीम अंसारी पुत्र वाजिद अली गांव सांरगापुर, थाना घूरपुर के मूल निवासी हैं। 10 साल पहले उनके पिता का इंतकाल हो गया था। बहन रोशनजहां के निकाह के बाद सलीम अपनी मां को लेकर म्योराबाद आ गए थे। यहां किराए पर ऑटो चलाते थे। सलीम का सनातन धर्म के प्रति काफी दिनों से लगाव था। वह घर में भगवान शिव की पूजा करते थे। उनकी मां ने कभी भी इसका विरोध नहीं किया।
सलीम को झूंसी के कैलास धाम आश्रम में 201 कुंडीय महायज्ञ होने की जानकारी मिली। उसके बाद वे 6 फरवरी को आश्रम पहुंच कर सनातन धर्म अपनाने की बात कही। जहां उनका वैदिक मंत्रोच्चार से शुद्धिकरण और यज्ञोपवीत संस्कार कराया गया। गेरुआ वस्त्रधारी सलीम अंसारी अब वेदव्रत शुक्ला बन चुके हैं। वेदव्रत ने बताया कि गुरुदेव के आदेशानुसार आगे जीवन की राह तय करेंगे।
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