मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को बजट सत्र पर चर्चा के दौरान सदन को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि यहां विभिन्न क्षेत्रों की उपेक्षाएं हुई थीं। उनमें से प्रदेश में संभावनाओं वाला सर्विस सेक्टर क्षेत्र भी था। स्प्रिचुअल टूरिज्म में जो संभावनाएं उत्तर प्रदेश में थीं, पिछली सरकारों ने उसकी सर्वथा उपेक्षा की।
सीएम ने कहा कि नेता विरोधी दल कह रहे थे कि राम के नाम पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। हमने तो कभी राजनीति नहीं की। राम हमारे आराध्य हैं। आराध्य के नाम पर राजनीति कैसी। हम तो उनका स्मरण करते हैं। राम के बगैर कोई काम नहीं हो सकता। राम-राम के संबोधन के बिना कोई काम नहीं होता। उठते-जागते, सोते-रोते हर क्षेत्र में राम-राम का संबोधन होता है, लेकिन अयोध्या नहीं जाना है क्योंकि वोट बैंक पर असर पड़ जाएगा। वोट बैंक की राजनीति आप कर रहे हैं, हम लोग नहीं। मंदिर बनने के पहले भी जब न्यायालय का निर्णय नहीं आया था, तब भी हम लोग अयोध्या गए थे और दीपोत्सव का भव्य आयोजन किया था। आज भी जा रहे हैं और आगे भी जाएंगे। इसमें कोई संदेह नहीं होना चाहिए।
सीएम ने कहा कि अयोध्या, काशी, मथुरा-वृन्दावन, बरसाना, गोकुल, गोवर्धन, नैमिषारण्य, विन्ध्यवासिनी धाम, देवीपाटन धाम, नाथ कारिडोर (बरेली), चित्रकूट के लिए सरकार ने बजट में धनराशि की व्यवस्था की है। मुख्यमंत्री पर्यटन संवर्धन योजना में हर विधानसभा क्षेत्र के एक-एक धर्मस्थल को विकसित करने के लिए हमने धनराशि की व्यवस्था बजट में की है। 2025 में 2019 से बेहतर प्रयागराज कुंभ का आयोजन कर सकें। इसके लिए फिर से बजट में धनराशि की व्यवस्था की गई है। प्रयागराज में कुम्भ संग्रहालय की स्थापना हो, इसके लिए भी बजट में धनराशि की व्यवस्था की गई है।
सीएम ने सपा सरकार को घेरते हुए कहा कि आप तो मथुरा-वृंदावन के लिए भी कुछ नहीं कर पाए थे। आपको वहां जाने में भी डर लगता था। हम लोगों ने दोनों जगह (काशी में सपा सरकार ने ताला बंद किया था और मथुरा में जन्मभूमि में पीछे जो पार्क है, उसमें आप लोगों ने ताला बंद किया था) हमारी सरकार ने दोनों जगह ताले खुलवा दिए। बांके बिहारी मंदिर कॉरिडोर के लिए भी धनराशि की व्यवस्था की गई है।
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