नई दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को कांग्रेस के नेतृत्व वाले संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) पर आर्थिक कुप्रबंधन का आरोप लगाते हुए कहा कि 2008 में आई वैश्विक मंदी को गठबंधन सरकार ठीक से नहीं संभाल पाई। अब वे मोदी सरकार को अर्थव्यवस्था पर ज्ञान दे रहे हैं।
पूर्ववर्ती सरकार और वर्तमान सरकार के बीच का अंतर समझाते हुए वित्त मंत्री ने लोकसभा में श्वेत पत्र पर चर्चा की शुरुआत की। उन्होंने कहा, “2008 के बाद आए वैश्विक वित्तीय संकट और कोविड के बाद आए संकट से स्पष्ट है कि यदि सरकार की मंशा सच्ची है तो परिणाम अच्छे होंगे।”
भारतीय अर्थव्यवस्था पर श्वेत पत्र और उसके देश के लोगों पर प्रभाव विषय पर वित्त मंत्री ने चर्चा की शुरुआत की। निर्मला सीतारमण ने कहा कि पिछली गठबंधन सरकार के कुप्रबंधन के चलते देश बेहद ही नाजुक स्थिति में पहुंच गया था। यूपीए सरकार के दौरान राष्ट्र मंडल खेलों में हुई गड़बड़ियों से देश का नाम दुनिया में खराब हुआ था लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में जी20 की अध्यक्षता के दौरान भारत का नाम दुनिया में ऊपर उठा है।
उन्होंने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए सरकार ने नाजुक स्थिति से उबारा है। हमारी अर्थव्यवस्था दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गई है और अब यह शीर्ष तीन में स्थान बनाने के लिए अग्रसर है।
वित्त मंत्री ने कहा कि कांग्रेस सरकार अगर गंभीरता, पारदर्शिता और ईमानदारी से काम करती तो देश की अर्थव्यवस्था की स्थिति काफी बेहतर होती लेकिन कांग्रेस ने देश नहीं बल्कि एक परिवार को प्रथम रखा। इसके परिणाम सबसे सामने हैं। कोयला क्षेत्र में मनमाने ढंग से आवंटन किया गया।
(सौजन्य सिंडिकेट फीड)
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