हल्द्वानी में अतिक्रमण कर बनाए गए मदरसा और नमाज स्थल को हटाने गई पुलिस प्रशासनिक टीम पर चारों ओर से घेर कर हमला करने वाले दंगाइयों के खिलाफ धामी सरकार ने सख्ती बरतनी शुरू कर दी है। दंगाइयों को देखते ही गोली मारने के आदेश दिए जाने के बाद क्षेत्र में कर्फ्यू लगा दिया गया है। उपद्रवियों ने पुलिस पर पेट्रोल बम फेंके, जिसके जवाब मे सुरक्षा बलो ने आंसू गैस के गोले छोड़े हालात बिगड़ने पर पुलिस ने फायर किए, गोलीबारी में अब तक 6 लोगों की मौत होने की खबर है। जानकारी के अनुसार इस उपद्रव में बनभूलपुरा क्षेत्र के जानी ,अनस, आरिस, फहीम,इसरार और सीवान की मौत हो गई है, जबकि कई दंगाई घायल हैं।
बीती शाम हुए इस उपद्रव में 200 से ज्यादा पुलिस कर्मी निगम कर्मी और प्रशासनिक अधिकारी घायल हुए, सौ से ज्यादा वाहनों को मुस्लिम दंगाई भीड़ ने आग लगा दी और थाना फूंक दिया। जिसके बाद हालात बेकाबू हो गए।
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जानकारी के मुताबिक अब्दुल मलिक के द्वारा करीब तीन एकड़ सरकारी जमीन पर कब्जा कर उसकी प्लाटिंग करके बेचा जा रहा है, जिस पर कुछ माह पहले एक जनहित याचिका हाई कोर्ट में दाखिल की गई थी, जिसके बाद हाईकोर्ट ने जिला प्रशासन को इस बारे में जवाब दाखिल करने को कहा था। जिला प्रशासन ने जांच के बाद इस स्थान को खाली करवा कर अपने कब्जे में ले लिया था, साथ ही यहां भू माफिया द्वारा बनाए गए अवैध मदरसे और नमाज स्थल को दो दिन में स्वयं हटा लिए जाने को कहा गया था। दो दिन में अतिक्रमण नहीं हटाने पर यहां नोटिस चस्पा कर मदरसे को सील कर दिया गया। अतिक्रमण करने वाले इस मुद्दे पर हाई कोर्ट गए, जहां उन्हे कोई राहत नहीं मिली, जिसके बाद कल दोपहर बाद प्रशासन ने अतिक्रमण हटाने की अपनी कारवाई शुरू की और मदरसा, नमाज स्थल को जेसीबी से ध्वस्त कर दिया।
प्रशासनिक टीम जब अपना काम करके लौट रही थी उसी समय, अतिक्रमण स्थल के चारों तरफ से घेर कर उन पर पत्थरों की बौछार शुरू हो गई, सैकड़ों की संख्या में उपद्रवियों ने पूरी तैयारी के साथ योजनाबद्ध तरीके से प्रशासनिक टीम पर हमला बोला और लहूलुहान कर दिया। जिसके बाद माहौल बिगड़ ही चला गया। पुलिस और नगर निगम की टीम पर पेट्रोल बम फेंके गए, कांच की बोतलों से चारों तरफ से हमले होने लगे, दंगा करने वालों के चक्र व्यूह में जब टीम और पत्रकार फंस गए तो पुलिस की तरफ से आंसू गैस के गोले छोड़े गए, गलियां संकरी होने की वजह से वो गोले, पुलिस टीम पर ज्यादा असर करने लगे।
मौके पर मौजूद प्रशासनिक अधिकारियों ने जैसे तैसे करके अपनी जान बचाई। इसी बीच दंगाई कट्टरपंथियों ने पहले बेकार टायर जलाए और थाना बनभूलपुरा के बाहर खड़ी पत्रकारों और अन्य मालखाना वाहनों को आग लगा दी, सिटी पेट्रोल कार पर भी पेट्रोल बम फेंक कर उसे आग के हवाले कर दिया। करीब 100 गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया। जब तक वरिष्ठ अधिकारी और अतिरिक्त फोर्स पहुंचता तब तक करीब 100 निगम और पुलिस कर्मी घायल हो चुके थे, जिन्हें और अधिक फोर्स आ जाने के बाद चक्रव्यूह से निकाल कर अस्पताल पहुंचाया गया। घायलों में अमर उजाला दैनिक जागरण के छायाकार और पत्रकार भी शामिल थे, छायाकार राजेंद्र बिष्ट, दीप बिष्ट, संजय कनेरा के कैमरे दंगाईयों ने तोड़ डाले। एसडीएम परितोष वर्मा, नगर मजिस्ट्रेट ऋचा सिंह, तहसील दार सचिन कुमार भी चोटिल हुए।
हालात बेकाबू होने पर सीआरपीएफ, रैपिड एक्शन फोर्स के साथ साथ उधम सिंह नगर, अल्मोड़ा से पुलिस फोर्स हल्द्वानी भेजी गई, जिसके पहुंचते ही प्रशासनिक अधिकारियो ने एक बार फिर से मोर्चा संभाला और दंगा करने वाली भीड़ को खदेड़ा, इसी दौरान दंगाइयों की भीड़ ने एक बार फिर पेट्रोल बमों से पुलिस पर हमला किया, जिसके बाद पुलिस ने कई राउंड फायरिंग की और घरों से बलवा करने वालो को खींच खींच कर निकाला।
हल्द्वानी की घटना पर सीएम पुष्कर सिंह धामी ने तुरंत हाई लेवल मीटिंग बुलाई, जिसमें मुख्य सचिव राधा रतूड़ी डीजीपी अभिनव कुमार, एडीजी अंशुमान, शामिल हुए और हालात की समीक्षा की। सीएम धामी ने इस मामले में प्रशासन को सख्ती का आदेश दिया। इसके बाद हल्द्वानी में कर्फ्यू लगा दिया गया। दंगाईयों को देखते ही गोली मारने के आदेश जारी कर दिए गए। सीएम धामी ने लोगों से शांति की अपील करते हुए कहा कि हौल बिगाड़ने वाले के खिलाफ सख्त कानूनी कारवाई की जाएगी। नैनीताल की डीएम वंदना सिंह ने बताया कि दंगाई चिन्हित किए गए है उनकी धरपकड़ की जा रही है, जो नुकसान हुआ है उसकी भरपाई भी आरोपियों से की जाएगी। हल्द्वानी में इंटरनेट सेवाएं बंद हैं। एसएसपी प्रहलाद मीना ने बताया कि हालात नियंत्रण में है, पर्याप्त फोर्स है और तलाशी अभियान जारी है, अब तक सौ से अधिक दंगाई हिरासत में लिए गए है।
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