बरेली। इत्तहादे मिल्लत काउंसिल (IMC) के अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा खां की भड़काऊ बयानबाजी से बरेली में फिर तनाव बढ़ता दिखाई दे रहा है। पूर्व में दंगा-फसाद के मामले में जेल जा चुके विवादित मौलाना ने इस बार राम मंदिर निर्माण, काशी में हिन्दू पक्ष को पूजा की अनुमति और उत्तराखंड में समान नागरिक संहिता बिल लागू होने के विरोध में बगैर अनुमति प्रदर्शन की घोषणा की है। इसे देखते हुए पुलिस ने मौलाना को रेड नोटिस जारी करते हुए कुछ भी गड़बड़ होने पर गिरफ्तार करने चेतावनी दी है।
बरेली में मौलाना की पार्टी आईएमसी की ओर से जगह-जगह भड़काऊ पर्चे बांटकर माहौल गरमाने की कोशिश की जा रही है। इस मामले में पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कर ऐसा करने वालों की तलाश शुरू कर दी है। कुछ दिन पहले मौलाना तौकीर ने अपने आवास पर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर भड़काऊ बयान जारी किए थे। साथ ही राम मंदिर निर्माण, काशी में हिन्दू पक्ष को पूजा की अनुमति मिलने और उत्तराखंड में समान नागरिक संहिता बिल लागू होने के विरोध में 9 फरवरी को विरोध प्रदर्शन करने की घोषणा की थी।
विवादित मौलाना ने कहा था कि वह समर्थकों के साथ बरेली के इस्लामियां इंटर कालेज में जुटेंगे और वहां से पैदल मार्च करते हुए कचहरी जाकर प्रदर्शन करेंगे। पुलिस के अनुसार, मौलाना की बयानबाजी और उनके प्रदर्शन से बरेली शहर का माहौल बिगड़ने का खतरा है। शांति व्यवस्था पर ग्रहण लगाने की अनुमति किसी को नहीं है। शहर में आईएमसी की तरफ से जगह-जगह ऐसे पर्चे बंटवाए गए हैं, जिसमें भड़काऊ बातें लिखकर मुस्लिमों की भीड़ जुटाने की अपील की गई है। पूर्व में मौलाना देश में गृहयुद्ध की धमकी भी दे चुके हैं। सोशल मीडिया पर वायरल उनकी आपत्तिजनक बयानबाजी पुलिस की टेंशन बनी है।
मौलाना के प्रस्तावित कार्यक्रम को अवैध मानते हुए प्रशासन और पुलिस ने उसको रोकने के लिए जरूरी व्यवस्था कर ली है। मौलाना तौकीर सहित 30 लोगों को धारा 149 के तहत नोटिस भेजे गए हैं। पुलिस ने सभी को कहीं भी खुराफात होने पर गिरफ्तारी की चेतावनी दी है। साथ ही इस्लामियां कॉलेज प्रबंधन को भी नोटिस देकर बता दिया है कि अगर मौलाना तौकीर रजा को मैदानमें कार्यक्रम की अनुमति दी गई तो प्रबंधन भी कार्रवाई से नहीं बच सकेगा। इसके लिए शुक्रवार सुबह से ही इस्लामियां कॉलेज सहित संवेदनशील स्थानों पर फोर्स तैनात कर दी जाएगी।
दूसरी ओर,मौलाना तौकीर अब भी ये कहते हुए सुने जा रहे हैं कि वह 9 फरवरी को दिल्ली से बरेली आकर प्रदर्शन करेंगे। हालांकि ये पहला मौका नहीं है कि जब मौलाना ने इस तरह की घोषणा की हो। पूर्व में वह कई बार ऐसा कर चुके हैं मगर पुलिस की सख्ती होते ही अपने घर में ही खड़े होकर भड़काऊ बयानबाजी करते देखे जाते रहे हैं। बरेली शहर में एक बार फसाद होने के मामले में पुलिस ने उनको गिरफ्तार कर जेल भी भेजा था मगर तत्कालीन बसपा सरकार के बैकफुट पर आने से मौलाना जल्दी ही जेल से छूट गए थे। मौलाना सपा तो कभी कांग्रेस और आप से भी दोस्ती गांठते रहे हैं।
एसपी सिटी बरेली राहुल भाटी ने मीडिया को बताया है कि 9 फरवरी को इस्लामियां कॉलेज मैदान में जनसभा करने को लेकर कोई अनुमति नहीं ली गई है। सम्बंधित संगठन के लोगों को बता दिया गया है और नोटिस भी जारी किए गए हैं। वायरल हो रहे पर्चों को लेकर एफआईआर भी दर्ज कराई गई है। किसी ने शहर में माहौल बिगाड़ने की कोशिश की तो पुलिस सख्ती से निपटेगी।
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