कर्णावती । जूनागढ़ में भड़काऊ भाषण करने वाले मौलाना मुफ्ती अजहर को जूनागढ़ के केस में जमानत मिल जाने के बाद कच्छ के सामखियाली में भड़काऊ भाषण करने के लिए दर्ज की गई फरियाद के अंतर्गत अब कच्छ पुलिस को ट्रांसफर वॉरंट से सौंपा जाएगा।
जूनागढ़ में 31 जनवरी को इक्वेशन मुक्ति कार्यक्रम में मौलाना मुफ्ती ने उपस्थित लोगों को उकसाने वाला भड़काऊ भाषण किया था। भड़काऊ भाषण लिए फरियाद दर्ज होने के बाद गुजरात एटीएस ने मौलाना मुफ्ती को मुंबई से हिरासत में लिया था। जूनागढ़ में भड़काऊ भाषण के मामले में मौलाना मुफ्ती की पूछताछ के लिए एक दिन के रिमांड मिले थे जो आज खत्म होते ही मौलाना को जूनागढ़ कोर्ट में पेश किया गया था। कोर्ट ने इस मामले में मौलाना मुफ्ती की जमानत मंजूर कर दी थी लेकिन मुफ्ती ने कच्छ के सामखियाली में भी एक कार्यक्रम में भड़काऊ भाषण किया था जिसके लिए सामखियाली में पुलिस फरियाद दर्ज हुई है। इस फरियाद की वजह से मौलाना की राजकोट जेल में एंट्री करने के बाद उसे कच्छ पुलिस को सौंप दिया गया। जूनागढ़ पुलिस ने कार्यक्रम के आयोजक मोहम्मद युसूफ मलिक और अजीम ओडेदरा के खिलाफ भी फरियाद दर्ज की थी और उनकी भी रिमांड खत्म होने पर कोर्टने दोनों की जमानत मंजूर कर दी है।
मौलाना के ट्रस्ट और विदेश प्रवास पे हुई पूछताछ
जूनागढ़ पुलिस की पूछताछ में सामने आया कि मौलाना एजुकेशन एंड वेलफेयर ट्रस्ट भी चलता है। मौलाना के इस ट्रस्ट के अकाउंट में साल 2023 में 57 लाख जमा हुए थे जिसका स्टेटमेंट पुलिस ने चेक किया तो 27 लाख मौलाना ने खुद ने अकाउंट से निकाले थे। पैसों के मुद्दे पर एवं मौलाना के विदेश प्रवास के मुद्दे पर ज्यादा पूछताछ करने के लिए जूनागढ़ पुलिस ने कोर्ट से ज्यादा रिमांड की मांग रखी थी लेकिन कोर्ट ने वह मांग खारिज करते हुए मौलाना की जमानत मंजुर कर दी थी।
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