भारत के गणतंत्र दिवस समारोह में इस बार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विशेष बुलावे पर मुख्य अतिथि के नाते शामिल हुए फ्रांस के राष्ट्रपति इमानुएल मैक्रों भारत—फ्रांस दोस्ती की नई इबारत लिखने में संकोच नहीं कर रहे हैं। उनकी हाल की भारत यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच हुए अनेक महत्वपूर्ण समझौतों से इतर, मैक्रों ने आने वाले वक्त में भारत के लिए सकारात्मक टिप्पणी करते हुए इस तेजी से बदलते विश्व में सबसे आगे की पांत में खड़ा होने वाला देश बताया है।
मैक्रों ने साफ कहा है कि उनका देश भारत में और ज्यादा निवेश करने का इच्छुक है। साझा किए वीडियो को उन्होंने कैप्शन दिया है—’भारत के शानदार दौरे की एक झलक’। वीडियो में मैक्रों ने जयपुर में चाय का स्वाद लेने और प्रधानमंत्री मोदी के साथ अपनी सेल्फी भी साझा की है। उन्होंने लिखा है कि वे नई दिल्ली में गणतंत्र दिवस समारोह जैसे महत्वपूर्ण अवसर में शामिल होकर बहुत सम्मानित अनुभव कर रहे हैं।
मैक्रों का 4 फरवरी को सोशल मीडिया पर जारी वीडियो सिर्फ भारत और फ्रांस में ही नहीं, बल्कि यूरोप के अनेक देशों में उत्सुकता से देखा गया है। इसी वीडियो में फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों ने भारत के तेजी से बढ़ते विकास के कदमों की तारीफ की है। मैक्रों ने कहा है कि विश्व बदल रहा है, इसमें भारत सबसे आगे की पंक्ति में खड़ा दिखेगा। राष्ट्रपति मैक्रों का यह वीडियो न सिर्फ उनकी हाल की भारत यात्रा की सुखद स्मृतियां समेटे हैं बल्कि इसमें उनका संदेश भी है। उन्होंने भारत को को ऐसा लोकतांत्रिक देश बताया है, जो जनसांख्यिकी, आर्थिक तथा तकनीकी क्षेत्र में एक बड़ी ताकत है।
A look back at an exceptional trip in India. pic.twitter.com/ldldTasdOw
— Emmanuel Macron (@EmmanuelMacron) February 4, 2024
अपने इसी वीडियो संदेश में मैक्रों ने साफ कहा है कि उनका देश भारत में और ज्यादा निवेश करने का इच्छुक है। साझा किए वीडियो को उन्होंने कैप्शन दिया है—’भारत के शानदार दौरे की एक झलक’। वीडियो में मैक्रों ने जयपुर में चाय का स्वाद लेने और प्रधानमंत्री मोदी के साथ अपनी सेल्फी भी साझा की है। उन्होंने लिखा है कि वे नई दिल्ली में गणतंत्र दिवस समारोह जैसे महत्वपूर्ण अवसर में शामिल होकर बहुत सम्मानित अनुभव कर रहे हैं। यह दौरा उनकी यादों में सदा बना रहने वाला है।
भारत और फ्रांस के बीच रिश्तों का उल्लेख करते हुए मैक्रों कहते हैं कि दोनों देशों में बहुत मधुर संबंध हैं। दोनों ही साथ मिलकर काफी कुछ करने की सामर्थ्य रखते हैं। साझा किए वीडियो में वे कहते है कि गत कुछ साल के दौरान दोनों देशों ने अनेक क्षेत्रों में सहयोग तथा साझेदारियां का विस्तार किया है। फ्रांस की बहुत इच्छा है कि भारत में ज्यादा से ज्यादा निवेश किया जाए। भारत से पढ़ने के लिए फ्रांस जाने वाले छात्रों के संदर्भ में उनका कहना है कि वे तो चाहते हैं कि भारत से और छात्र वहां पढ़ने जाएं। मैक्रों चाहते हैं कि साल 2030 तक भारत से 30,000 विद्यार्थी पढ़ने के लिए फ्रांस आएं।
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