Delhi Pollution: दिल्ली में बीते सौ दिनों से प्रदूषण का स्तर बेहद खराब है। दिल्लीवासी जहरीली हवा में सांस लेने को मजबूर हैं। पिछले वर्ष 20 अक्टूबर के बाद से अबतक एक दिन भी वायु गुणवत्ता सूचकांक 200 से कम नहीं आया है। वहीं आने वाले दो से तीन दिनों में भी प्रदूषण का स्तर ठीक होने के बजाय और भी खराब श्रेणी में रहने की संभावना है।
102वां दिन है मंगलवार, जब वायु गुणवत्ता खराब है। 20 अक्तूबर को एक्यूआई 195 अंक पर था और हवा मध्यम श्रेणी में थी। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार इस बीच 15 दिनों में एक्यूआई का स्तर 400 से भी ऊपर पहुंच भी गया था।
राजधानी दिल्ली में 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) सोमवार शाम 4 बजे 356 रहा था। वहीं भारत मौसम विज्ञान विभाग और इंडियन इंस्टीट्यू ऑफ ट्रॉपिकल मीटियरोलॉजी के मुताबिक, मंगलवार को इसके और भी खराब श्रेणी (एक्यूआई 400 से ऊपर) में पहुंचने की संभावना है। बतादें, अगर एक्यूआई 400 अंक के ऊपर पहुंच जाता है, तो दिल्ली-एनसीआर में अधिकारियों को वायु प्रदूषण पर कंट्रोल करने के लिए केंद्र के ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (जीआरएपी) के चरण-3 के अंतरर्गत सख्त प्रतिबंध लागू करने पड़ेंगे।
दिल्ली में प्रदूषण की स्थति लगातार खराब रहने की वजह से कई तरह के खतरे बढ़ सकते हैं। विशेषज्ञों के अनुसार लंबे समय तक खराब हवा में सांस लेने की वजह से कैंसर, अस्थमा, ब्रेन स्ट्रोक और हार्ट अटैक के मामलों में तेजी आ सकती है, इतना ही नहीं गर्भवती महिलाओं और गंभीर रोगों से ग्रसित मरीजों और बच्चों में भी पेरशानी बढ़ सकती है।
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