नई दिल्ली। 75वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर नई दिल्ली के कर्त्तव्य पथ पर उत्तराखण्ड प्रवासियों के पांच सदस्यीय महिला दल ने उत्तराखण्ड के गढ़वाल, कुमाऊं व जौनसार की पारम्परिक वेशभूषा में प्रतिभाग करते हुए लोक संस्कृति का प्रदर्शन किया। इन महिलाओं को विशेष रूप से गणतंत्र दिवस का निमंत्रण मिला था।
गणतंत्र दिवस का कार्यक्रम देखने के बाद: महिला दल ने बताया कि आज हम सभी महिलाएं भारत सरकार के ‘अनंत सूत्र’ कार्यक्रम में उत्तराखण्ड राज्य की पारम्परिक वेशभूषा व लोक संस्कृति में प्रतिनिधित्व करते हुए स्वयं को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। हमे बेहद गर्व की अनुभूति हुई जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हमारा अभिवादन करते हुए सामने से गुजरे।
महिलाओं ने बताया कि सैन्य शक्ति में हमने आज महिला शक्ति को भी सशक्त होते देखा तो गर्व की अनुभूति हुई। गणतंत्र दिवस के अवसर पर पांच सदस्यीय महिला दल में जया राणा, यशोदा घिल्डियाल, संतोष बड़ोनी, सुरेशी दानू और संयोगिता ध्यानी उपस्थित रहीं और समस्त महिलाओं ने परेड में आमंत्रित करने के लिए केंद्र और राज्य सरकार का आभार व्यक्त किया।
भारत पर्व के लिए सुरक्षित झांकी
कर्तव्य पथ से फुल रिहर्सल परेड के बाद उत्तराखंड, गोवा, जम्मू-कश्मीर और कर्नाटक की झांकी को फाइनल परेड में जगह नहीं मिल पाई, जानकारी के अनुसार इन झांकियों को आगामी भारत पर्व के लिए स्थान दिया गया है।
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