अयोध्या में श्रीरामलला के दर्शनों के लिए आने वाले राम भक्तों को हिमाचली धाम का आनंद उठाने का भी मौका मिलेगा। हिमाचली लोगों के सहयोग से अयोध्या में 26 जनवरी से लेकर 26 मार्च तक हिमाचली धाम का लंगर लगाया जाएगा।
बुधवार को जनसहयोग से एकत्रित किए गए राशन के एक ट्रक को हिमाचल की ओर से लगाए जा रहे लंगर के व्यवस्था प्रमुख प्रदेश भाजपा सचिव एवं पूर्व विधायक राजेश ठाकुर, पूर्व मंत्री वीरेंद्र कंवर, जिला भाजपा अध्यक्ष एवं पूर्व विधायक बलवीर चौधरी की मौजूदगी में नाथ संप्रदाय के महंत सूर्यनाथ ने झंडी दिखाकर रवाना किया। इस लंगर को तैयार करने वाले बोटी भी हिमाचली होंगे तो लंगर का वितरण भी हिमाचली ही करेंगे। अयोध्या धाम में लगने वाले इस हिमाचली लंगर के लिए राशन की व्यवस्था जनसहयोग से की गई है।
श्रीराम के प्रति आस्था रखने वाले लोगों ने यथाशक्ति लंगर लगाने के लिए राशन दान दिया है। महंत सूर्यनाथ ने कहा कि करीब पांच सौ साल बाद श्रीराम जी अयोध्या में विराजमान हुए हैं यह हर सनातनी के लिए गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि सिर्फ सनातन धर्म को मानने वालों को ही श्रीरामलला के दर्शनों के लिए अयोध्या नहीं जाना चाहिए बल्कि मुस्लिम समाज के लोग भी श्रीरामलला के दर्शन करने जरूर जाएं।
उन्होंने आम जनमानस का आह्वान किया कि जहां श्रीरामए श्रीकृष्ण व भगवान शिव और सनातन की बात आए वहां सभी लोग धर्मए जातिए क्षेत्र व राजनीतिक मतभेदों को भूलकर एक हो जाएं। उन्होंने कहा कि यह बात रोजाना हर व्यक्ति दो लोगों को जरूर बताए। वहीं अयोध्या में लगने वाले हिमाचली धाम के लंगर के व्यवस्था प्रमुख पूर्व विधायक राजेश ठाकुर ने कहा कि श्रीरामलला के दर्शनों को आने वाले श्रद्धालुओं के खानपान की व्यवस्था में हिमाचल भी सहयोग करेगा। अयोध्या में लंगर लगाने की अनुमति मिलने के साथ वहां लंगर स्थल के लिए भूमि भी आवंटित हो गई है।
श्रीरामलला के दर्शन करने वाले श्रद्धालु हिमाचली धाम से अवगत हों इसके लिए वहां हिमाचली धाम का लंगर लगाया जाएगा। ये लंगर 26 मार्च तक निर्बाध चलेगा। उन्होंने कहा कि करीब अठारह टन राशन आज अयोध्या के लिए भेजा जा रहा है और एक ट्रक राशन का प्रबंध और हो गया है। उन्होंने कहा कि हिमाचल से श्रीरामलला के दर्शन करने जाने वाले भक्त हिमाचली लंगर में जरूर उपस्थिति दर्ज करवाएं। राशन लेकर अयोध्या रवाना हुए ट्रक के साथ ही गगरेट कस्बा जय श्रीराम के नारों से गूंज उठा।
(सौजन्य सिंडिकेट फीड)
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