यमन के ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों पर अमेरिकी हमलों का कोई असर नहीं हो रहा है बल्कि, हो इसका उल्टा रहा है। अमेरिका-ब्रिटेन की एयरस्ट्राइक के बाद अब हूती विद्रोहियों ने अमेरिकी जहाज को लाल सागर में निशाना बनाया है। अमेरिकी सेना के सेंट्रल कमांड ने हूती विद्रोहियों के हमले की पुष्टि करते हुए कहा कि अमेरिका के ड्राई बल्क जहाज ‘जिब्राल्टर ईगल’ पर एंटी-शिप बैलिस्टिक मिसाइल से हमला किया गया है। हालांकि, अच्छी बात ये रही कि किसी तरह की कोई जनहानि नहीं हुई।
जहाज पर हुए हमले के बाद अमेरिका स्थित जहाज के संचालक ईगल बल्क शिपिंग ने कहा कि ये हमला उस दौरान किया गया, जब शिप अदन की खाड़ी से करीब 100 मील की दूरी पर था। जहाज के कार्गो को थोड़ा नुकसान हुआ है। कार्गो में स्टील लदा हुआ था।
अमेरिकी जहाज पर बैलेस्टिक मिसाइल से हमले से पहले दिन में ब्रिटिश समुद्री सुरक्षा कंपनी एंब्रे ने कहा था कि मार्शल आईलैंड्स का झंडा लगाए अमेरिकी जहाज पर अदन बंदरगाह को पार करते वक्त एक मिसाइल से हमला किया गया था। गौरतलब है कि पिछले सप्ताह ही अमेरिका और ब्रिटेन की वायुसेना ने यमन में हूतियों के कंट्रोल वाले इलाकों में एयरस्ट्राइक की थी, जिसके बाद हूती विद्रोहियों ने लाल सागर में हमले तेज करने की धमकी दी थी।
अब उसके नवीनतन हमलों ने ये जता दिया है कि अमेरिकी एयरस्ट्राइक ने उन्हें और अधिक भड़का दिया है। बता दें कि हूती विद्रोही यमन की राजधानी सना समेत देश के उत्तर-पश्चिम के अधिकांश हिस्सों पर कंट्रोल करते हैं।
क्यों बढ़ा हुआ है हूती विद्रोहियों का मनोबल
दरअसल, लेबनान के हिजबुल्लाह की तरह यमन के हूती विद्रोहियों को भी ईरान का साथ मिला हुआ है। ईरान हूती विद्रोहियों को हथियार सप्लाई करता है। जब से इजरायल और हमास के बीच युद्ध शुरू हुआ है तभी से हूती लड़ाके इजरायली जहाजों को लगातार निशाना बना रहे हैं।
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