गत 6 जनवरी को हरिद्वार में ‘पतंजलि गुरुकुलम्’ और ‘आचार्यकुलम्’ की नवीन शाखा का शिलान्यास हुआ। इस अवसर पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि गुरुकुलों में शिक्षा के साथ-साथ समाज में शुचिता व नैतिकता का पाठ भी पढ़ाया जाता था।
उन्होंने कहा कि मैकाले ने एक षड्यंत्र के तहत शिक्षा प्रणाली विकसित की जिसने हमारी गुरुकुलीय परंपरा को लगभग समाप्त ही कर दिया था, किंतु स्वामी रामदेव जैसे तपस्वी महापुरुष ने गुरुकुल की परंपरा को पुन: गौरव प्रदान करते हुए पतंजलि गुरुकुलम् की आधारशिला रखी।
स्वामी रामदेव ने कहा कि हमने गुरुकुल से शिक्षा प्राप्त कर मानव सेवा के लिए विशाल अर्थ साम्राज्य स्थापित किया। अभी 500 करोड़ रु. की लागत से पतंजलि गुरुकुलम् तथा आचार्यकुलम् तैयार करने की योजना है तथा साथ ही अगले 5 साल में 5 से 10 हजार करोड़ रुपए शिक्षा के अनुष्ठान में खर्च करने का लक्ष्य है।
समारोह को पतंजलि योगपीठ के महामंत्री आचार्य बालकृष्ण, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आदि ने भी संबोधित किया।
टिप्पणियाँ