भारत विरोधी बयानबाजी के कारण अक्सर चर्चा में रहने वाले जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री औऱ नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारुक अब्दुल्ला की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। क्रिकेट एसोसिएशन के 20 साल पुराने मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने फारुक अब्दुल्ला को आज (गुरुवार) पूछताछ के लिए तलब किया है।
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इस मामले में साल 2022 में ही ईडी न चार्जशीट फाइल की थी। फारुक अब्दुल्ला श्रीनगर की लोकसभा सीट से सांसद हैं। मुस्लिम नेता को लेकर ईडी ने कहा था कि यह मामला जेकेसीए के पदाधिकारियों सहित असंबद्ध पक्षों के विभिन्न व्यक्तिगत बैंक खातों में स्थानांतरण और जेकेसीए बैंक खातों से अस्पष्टीकृत नकद निकासी के माध्यम से जेकेसीए के धन की हेराफेरी से संबंधित है। इस मामले में 2018 में सीबीआई ने भी चार्जशीट फाइल की थी। केंद्रीय एजेंसी ने उन्हें श्रीनगर स्थित एजेंसी के ऑफिस में पूछताछ के लिए बुलाया है।
86 वर्षीय सांसद 2001 से 2012 तक जम्मू-कश्मीर क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष रहे थे। जिस घोटाले की बात कही जा रही है, वो 2004 से 2009 के बीच का है। गौरतलब है कि फारुक अब्दुल्ला ईडी जांच के घेरे में आने वाले इस साल के सबसे नए नेता है। लेकिन उन पर लगे आरोप काफी पुराने हैं। ये तो रही उनके घोटाले की बात। इसके अलावा फारुक अब्दुल्ला अक्सर अपने विवादित बयानों को लेकर चर्चा में बने रहते हैं। फारुक अब्दुल्ला कश्मीर के उन नेताओं में से एक हैं, जिन्हें 370 हटाए जाने का दुख है।
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हाल ही में जब सुप्रीम कोर्ट ने 370 को हटाने के केंद्र सरकार के फैसले को सही ठहराया था तो उन्होंने इस फैसले को भी मानने से इनकार कर दिया था। अब्दुल्ला वही व्यक्ति हैं जिन्होंने हमेशा भारत सरकार पर पाकिस्तान से बातचीत करने का दबाव बनाया था।
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