शांति और ज्ञान की तलाश में भारत आए 90 अमेरिकी नागरिक, अपनाएंगे सनातन धर्म, हरिद्वार में लेंगे दीक्षा

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WEB DESK

हरिद्वार। कांग्रेस ने प्राण प्रतिष्ठा समारोह का आमंत्रण यह कहकर ठुकरा दिया कि यह राजनीतिक कार्यक्रम है। कांग्रेस और इसके इंडी गंठबंधन के नेता अक्सर सनातन धर्म विरोधी बयान देते रहते हैं। लेकिन पूरे विश्व में सनातन की ध्वजा लहरा रही है। शांति और ज्ञान का संदेश देने वाले सनातन धर्म से पूरी दुनिया प्रभावित है। अमेरिका के 90 नागरिक तो शांति और ज्ञान की खोज में भारत आ गए हैं। वे सनातन धर्म भी स्वीकार करेंगे।

स्वामी वेदव्यासानंद के नेतृत्व में हरिद्वार आए 90 विदेशी नागरिक मकर संक्रांति पर सनातन धर्म की दीक्षा लेंगे। निरंजन पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज सभी को श्री दक्षिण काली घाट पर सनातन धर्म की दीक्षा प्रदान करेंगे।

बुधवार को सभी ने गंगा तट पर ध्यान पूजन कर मां दक्षिण काली के दर्शन किए और स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज से आशीर्वाद लिया। स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज ने कहा कि सनातन धर्म संस्कृति और परंपराओं से पूरी दुनिया प्रभावित हो रही है। विदेशों में रह रहे लोग पाश्चात्य संस्कृति का परित्याग कर सनातन धर्म संस्कृति के बारे में जानना और इसे अपनाना चाहते हैं। हमारा प्रयास है कि पूरे विश्व में सनातन धर्म संस्कृति को पहुंचाया जाए।

उन्होंने बताया कि शांति और ज्ञान की तलाश में अमेरिका से 90 लोग स्वामी वेदव्यासानंद महाराज के संयोजन में हरिद्वार आए हैं। सभी को सनातन परंपरा के अनुरूप यज्ञ, ध्यान और पूजन विधि सिखायी जा रही है। 15 जनवरी मकर संक्रांति के अवसर पर सभी को दीक्षा प्रदान की जाएगी। उन्होंने कहा कि स्वामी वेदव्यासानंद महाराज विदेशों में सनातन धर्म संस्कृति को आगे बढ़ाने में अहम योगदान कर रहे हैं।

स्वामी वेदव्यासानंद महाराज एवं उनके शिष्य स्वामी कृष्णानन्द ने कहा कि गुरु ही परमात्मा का दूसरा स्वरूप हैं। पूज्य गुरुदेव स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज के मार्गदर्शन में अमेरिका व अन्य देशों में सनातन धर्म संस्कृति का प्रचार प्रसार किया जा रहा है। स्वामी अवंतिकानंद ब्रह्मचारी ने कहा कि 15 जनवरी को दीक्षा कार्यक्रम में अनेक प्रमुख संत मौजूद रहेंगे।

(इनुपट सिंडिकेट फीड)

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