मालदीव को भारत और भारतीयों के अपमान का अर्थ समझ आ गया होगा। पर्यटन पर टिकी उसकी अर्थव्यवस्था में भारत से वहां जाने वाले पर्यटकों का एक तिहाई योगदान होता है, जिसका अब उसे नुकसान झेलना पड़ेगा। भारत में जो जैसे हैशटैग ‘बॉयकॉट मालदीव’ एक बड़ा आंदोलन बन गया है। हर क्षेत्र की हस्तियों ने ही नहीं, भारतीय उद्योग संघों और बड़ी बड़ी कंपनियों तक ने मालदीव की इस मुद्दे पर तीखी भर्त्सना की है। इतना ही नहीं, खुद मालदीव की अनेक नामी कंपनियों ने भारत और भारतीयों को अपना मित्र बताते हुए मालदीव की सरकार के विरोध में एक बयान जारी किया है।
इस वक्त बीजिंग की मेजबानी का मजा ले रहे मालदीव के चीन परस्त राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू अब अच्छी तरह समझ रहे हैं कि सिर्फ चीन के भरोसे नहीं रहा जा सकता, आज दुनिया में चीन से ज्यादा महत्व भारत को दिया जा रहा है तो उसके पीछे कुछ वजह तो है। ऐसे तेजी से विकसित होते भारत के प्रधानमंत्री के अपमान को हल्के में नहीं लिया जा सकता।
मालदीव के मंत्रियों द्वारा प्रधानमंत्री मोदी के लिए गलत भाषा का इस्तेमाल करने और दुनियाभर में मालदीव की इस नाते फजीहत होने के महज तीन दिन के भीतर ही मालदीव के लिए अधिकांश भारतभक्त भारतीयों ने अपनी होटल और उड़ान की बुकिंग कैंसल करा ली हैं। मालदीव के पर्यटन उद्योग को इससे एक बड़ा झटका लगने की उम्मीद है। कई भारतीय पर्यटन कंपनियां अब पर्यटन के लिए लक्षद्वीप के प्रति विशेष उत्साह देख रही हैं। पिछले तीन दिन के मालदीव के पर्यअन के आंकड़े बताते हैं कि उसे 30 फीसदी का घाटा झेलना पड़ेगा क्योंकि भारतीयों ने मालदीव को ठेंगा दिखा दिया है।
भारत की पर्यटन कंपनियों द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों से पता चला है कि लोग अब मालदीव जाने की बजाय लक्षद्वीप की बुकिंग करा रहे हैं। भारत से मालदीव जाने वाली दैनिक उड़ानें खाली जा रही हैं। जहां 1200 से 1300 पर्यटक रोजाना इन उड़ानों से मालदीव जाया करते थे, अब वे जहाज खाली जाने को मजबूर हैं। लोग यात्रा के अपने ठिकाने बदल रहे हैं, जिसमें लक्षद्वीप पहली पसंद बनकर उभरा है।
मालदीव की भर्त्सना और लक्षद्वीप की प्रशंसा सिर्फ फिल्म कलाकारों और क्रिकेटरों ने ही नहीं की है, बल्कि इस मुद्दे पर तो मानो हर क्षेत्र के विशिष्ट लोग भारत सरकार के पक्ष में उठ खड़े हुए हैं। क्रिकेटर सचिन, फिल्म कलाकार अक्षय कुमार, अमिताभ बच्चन आदि ने इस बारे में जो बयान दिए हैं उनसे भी मालदीव जाने वालों की संख्या में 20 फीसदी की कमी देखी गई है।
भारत से मालदीव जाने वालों की संख्या में तेजी से आई इस गिरावट के बारे में ब्लू स्टार एयर ट्रैवल सर्विसिज के माधव ओजा का कहना है कि भारत से मालदीव जाने वाली सीधी उड़ानों में 20—30 फीसदी टिकटों का कैंसल होना इस ओर संकेत देता है कि लोग अब वहां जाने में दिलचस्पी नहीं रखते। भारत से मालदीव के लिए रोज 7—8 उड़ानें जाती हैं। 3 सीधी उड़ानें तो मुम्बई से ही हैं, जो पिछले तीन दिन से खाली जा रही हैं।
मालदीव की भर्त्सना और लक्षद्वीप की प्रशंसा सिर्फ फिल्म कलाकारों और क्रिकेटरों ने ही नहीं की है, बल्कि इस मुद्दे पर तो मानो हर क्षेत्र के विशिष्ट लोग भारत सरकार के पक्ष में उठ खड़े हुए हैं। क्रिकेटर सचिन, फिल्म कलाकार अक्षय कुमार, अमिताभ बच्चन आदि ने इस बारे में जो बयान दिए हैं उनसे भी मालदीव जाने वालों की संख्या में 20 फीसदी की कमी देखी गई है। मालदीव की जगह लोगों का पसंदीदा ठिकाने लक्षद्वीप और अंदमान—निकोबार द्वीप समूह बने हैं।
मालदीव के नेताओं के भारत विरोधी बयानों से नाराज लोगों द्वारा अपनी टिकट और अन्य बुकिंग कैंसल कराने पर यात्रा सेवा से जुड़ी कंपनी थ्रिलोफीलिया ने ऐसे यात्रियों को 100 फीसदी पैसे वापस करने की बात कही है। कंपनी का कहना है कि टिकट पर पैसे वापसी की सहूलियत आगामी महीनों के लिए तय यात्राएं रद्द करने पर भी दी जा रही है।
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