देहरादून : उत्तराखंड की धामी सरकार लैंड जिहाद के खिलाफ अपने अभियान में अवैध रूप से बने धार्मिक स्थलों को हटाने का काम आगे बढ़ा रही है। कॉर्बेट टाइगर रिजर्व को अतिक्रमण मुक्त करने के बाद वन विभाग ने अब राजा जी टाइगर रिजर्व से अतिक्रमण हटाने का अभियान शुरू किया है।
पार्क प्रशासन ने हरिद्वार जिला प्रशासन के साथ बैठक करके अवैध रूप से बनी एक मजार को हटा दिया है। अब अन्य धार्मिक स्थलों को लेकर भी नोटिस दिए जाने का काम पूरा कर लिया गया है।
जानकारी के मुताबिक आसारोडी वन क्षेत्र में भी एक अवैध रूप से बनी मजार है। जिसके खादिम को नोटिस दिया गया है कि वो जमीन संबंधी दस्तावेज उपलब्ध करवाए, लेकिन वो दस्तावेज उपलब्ध नहीं करवा पाए हैं। ये क्षेत्र देहरादून जिले की परिधि में आता है, लिहाजा पार्क प्रशासन ने देहरादून प्रशासन को पत्र लिखकर फोर्स मांगी है।
आरक्षित वन क्षेत्र में मजार और मस्जिद के एक और मामले में राजा जी टाइगर रिजर्व प्रशासन की ओर से रामगढ़ रेंज के वन क्षेत्राधिकारी की ओर से नोटिस में कहा गया है कि ये इलाका राजाजी टाइगर रिजर्व का है। इलाके में वन्यजीव सरंक्षण अधिनियम और भारतीय वन अधिनियम के तहत कोई निर्माण नहीं कराया जा सकता। ये राजाजी टाइगर रिजर्व का कोर क्षेत्र है।
प्रशासन ने मस्जिद निर्माण को वन्यजीव अधिनियम का उल्लंघन बताया है। कमेटी ने कहा है कि नोटिस प्राप्त होने के 10 दिन के भीतर मस्जिद निर्माण से संबंधित अभिलेखों को रेंज कार्यालय रामगढ़ में प्रस्तुत करने को कहा गया था, लेकिन किसी ने भी नोटिस का जवाब नहीं दिया। जानकारी के मुताबिक इस मामले में भी टाइगर रिजर्व प्रशासन जल्द ही कार्रवाई ने जा रहा है।
वन विभाग के अतिक्रमण हटाओ अभियान के नोडल अधिकारी डॉ. पराग धकाते ने बताया कि अतिक्रमण के खिलाफ प्रभावी कारवाई में तेजी लाई जा रही है, राज्य सरकार की प्राथमिकता है कि सरकारी भूमि को अवैध कब्जों से मुक्त किया जाए।
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