केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान की कार को टक्कर मारने के बाद अब वामपंथी संगठन स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया (SFI) ने काले झंडे दिखाकर उनका विरोध किया है। राज्यपाल का काफिला तिरुवंतपुरम स्थित राजभवन से निकलकर जैसे ही तिरुवंतपुरम जनरल हॉस्पिटल जंक्शन के पास पहुंचा तो एसफआई के कार्यकर्ताओं ने उन्हें काले झंडे दिखाते हुए नारेबाजी की।
विरोध प्रदर्शन करने के बाद पुलिस ने चार एसएफआई कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया। वामपंथियों की इस हरकत के बाद राज्यपाल ने भी जबाव दिया है। उन्होंने कहा कि लोग उन्हें काले झंडे दिखाकर अपनी असहमति व्यक्त करने के लिए स्वतंत्र हैं। गवर्नर खान ने चेतावनी दी कि जब भी उनका विरोध किया जाएगा वो अपनी कार के बाहर रहेगें। राज्यपाल ने उनकी कार को टक्कर मारने की घटना में शामिल आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई में बरती जा रही ढिलाई पर प्रदेश की पी विजयन सरकार की आलोचना की है।
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एबीवीपी कार्यकर्ता को भी किया गिरफ्तार
इस बीच जानकारी मिली है कि केरल पुलिस ने एबीवीपी कार्यकर्ता को आपराधिक केस के मामले में गिरफ्तार कर लिया है। इनमें से एक एबीवीपी वर्कर वो हैं, जिन्हें राज्यपाल ने हाल ही में विश्वविद्यालय के सीनेट के तौर पर नामित किया था। आरोप है कि पंडालम एनएसएस कॉलेज में एबीवीपी-एसएफआई झगड़ा हुआ था। इसी के मामले में पुलिस ने विष्णु के साथ सुधी सदन को भी गिरफ्तार किया गया था। दावा किया गया है कि इस झगड़े में सात एसएफआई कार्यकर्ता घायल हो गए थे। बहरहाल दोनों को ही रिमांड में लिया गया है।
गौरतलब है कि हाल ही में राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान तिरुवंतपुरम एयरपोर्ट जा रहे थे उसी दौरान एसएफआई कार्यकर्ताओं ने उनकी कार को टक्कर मार दिया था। इसके बाद राज्यपाल ने आरोप लगाया था कि उन्हें शारीरिक चोट पहुंचाने की इस कोशिश में डायरेक्टली मुख्यमंत्री पी विजयन शामिल थे। गवर्नर ने सीएम विजयन पर उन्हें मारने की कोशिश करने का आरोप लगाया था।
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