पाञ्चजन्य सागर मंथन सुशासन संवाद 2.0: 20 मिनट से अधिक बैठे तो हो सकता है आर्थ्राराइटिस: डॉ केयर बुच
May 9, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत

पाञ्चजन्य सागर मंथन सुशासन संवाद 2.0: 20 मिनट से अधिक बैठे तो हो सकता है आर्थ्राराइटिस: डॉ केयर बुच

प्रसिद्ध आयुर्वेद चिकित्सक डॉ महेश व्यास के मुताबिक, आयुर्वेद का एक ही उद्येश्य है कि व्यक्ति का आहार ऐसा हो कि वो बीमार ही न पड़े।

by Kuldeep singh
Dec 26, 2023, 08:52 am IST
in भारत, गोवा
Panchjanya Sagar Manthan Good Governance Samvad 2.0 Dr care butch and Dr Mahesh Vyas

पाञ्चजन्य के सागर मंथन सुशासन संवाद में डॉ केयर बुच और डॉ महेश व्यास

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

पाञ्चजन्य के सागर मंथन सुशासन संवाद 2.0 के दौरान प्रसिद्ध आर्थोपेडिक डॉ केयर बुच ने कहा कि भारतीय स्वास्थ्य पद्धति एक जीवंत पद्धति है। उन्होंने कहा कि आपका शरीर आपके काम को करने का टूल्स है। उपनिषदों में शरीर की तुलना रथ से की गई है। पश्चिमी देशों में हर चीज को एक इंडस्ट्री बना दिया है, जो कि बीमारियां है ही नहीं। तकनीक कितनी भी आगे बढ़ जाए रोबोट और चैट जीपीटी ह्यूमन कॉन्टैक्ट को रिप्लेस नहीं कर सकती।

डॉ केयर बुच ने मंथन में आर्थराइटिस बीमारी को लेकर एक बड़ी चेतावनी जारी की और कहा कि अगर आप 20 मिनट से ज्यादा बैठते हैं तो आप आर्थोपेडिक बीमारी के शिकार हो सकते हैं। केयर बुच ने बैठने को लेकर कहा, ‘सिटिंग इज अ न्यू स्मोकिंग’। ज्यादा देर तक बैठना घातक होता है। रोड एक्सीडेंट भारत के लिए इमरजेंसी की तरह है। क्लीनिक गवर्नेंस आधारभूत नियम है। क्लीनिक गवर्नेंस एड क्लीयरेंस इज ए सेट ऑफ रिलेशनशिप और 2015 में प्रधानमंत्री नरकेंद्र मोदी ने मुझसे पूछा था कि भारत वापिस कब आ रहे हो। इसी के बाद मैं भारत लौटा। संपर्क भारती के जरिए मैं सनातन धर्म के लिए काम कर रहा हूं।

इसे भी पढ़ें: पाञ्चजन्य सागर मंथन सुशासन संवाद 2.0: 450 साल तक पुर्तगालियों ने शासन किया, हमने अपनी संस्कृति को बचाया: प्रमोद सावंत

डॉ केयर बुच ने कहा कि इस समय दुनिया में नरैटिव का युद्ध चल रहा है। बॉलीवुड इसी तरह के युद्ध का हिस्सा है।क्योंकि जिन बॉलीवुड वालों को हम सम्मान देते हैं, वहीं चुनाव से पहले बोलते हैं कि उन्हें देश में डर लगता है। अमेरिका का हेल्थ सिस्टम इंश्योरेंस बेस है और आयुश्मान भारत भी इसी तरह है का है, जिसके तहत अब तक 5 मिलियन लोगों का इलाज किया जा रहा है। लेकिन वक्त के साथ इसमें और अधिक बदलाव किए जाने की आवश्यकता है। उन्होंने ये बात उद्यमी द्रुमि के सवाल पर कही।

आयुर्वेद का एक ही उद्येश्य व्यक्ति बीमार ही न हो

वहीं इस मौके पर प्रसिद्ध आयुर्वेद डॉक्टर महेश व्यास ने कहा कि आयुर्वेद का मुख्य उद्येश्य केवल एक रहा है कि व्यक्ति को एक ऐसा आहार मिलना चाहिए कि व्यक्ति बीमार ही न हो। उन्होंने प्राचीन आयुर्वेदाचार्य सुश्रुत का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि आचार्य सुश्रुत ने कहा था कि अन्नप्राशन से लेकर मरने तक अगर आप आहार के नियमों का पालन करते हैं तो आप स्वस्थ रहेगें। कोरोना काल में आपने देखा था अगर खान-पान और सोने के नियमों का पालन करेंगे तो भी हॉस्पिटल जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।

भारत सरकार का एक संस्थान अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान है, जहां कोरोना के दौरान एक सर्वे किया गया और पता चला कि उस दौरान मजबूरी में ही सही, लेकिन लोगों ने घर का खाना खाया, जिससे पेट के मरीजों की संख्या कम हो गई थी। अगर हम प्रतिदिन अपने घर का खाना खाते हैं तो किसी को अस्पताल जाने की आवश्यकता लगभग कम हो जाती है। हम निश्चित रूप से समाज और परिवार को स्वस्थ रख पाएंगें। आयुर्वेद के महत्व की बात करते हुए उन्होंने ये भी बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोरोना के दौरान गुजरात में ग्लोबल सेंटर फॉर ट्रेडीशन मेडिसिन का केंद्र खोला। विश्व संगठन ने इस बात को माना है कि आयुर्वेद बहुत ही आवश्यक है। आयुर्वेद प्रचीनतम पद्धति है, लेकिन आज के वैज्ञानिक युग में उतनी ही वैज्ञानिक है।

Topics: आयुर्वेदGoaPanchjanya Sagar manthan Samvadपांञ्चजन्य सागर मंथन संवादPanchjanya Sagar Manthan Good Governance Samvad 2.0AyurvedDr Mahesh VyasDr Care Butch#panchjanyaपाञ्चजन्य सागर मंथन सुशासन संवाद 2.0गोवाडॉ. महेश व्यासपाञ्चजन्यडॉ. केयर बुच
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

गोवा : धार्मिक लैराई जात्रा के दौरान भगदड़, 6 की मौत, 15 घायल, प्रधानमंत्री मोदी ने मुख्यमंत्री सावंत से की बात

वक्फ संशोधन विधेयक : तुष्टीकरण की राजनीति पर संवैधानिक अंकुश

राज कुमार भाटिया को प्रदान किया गया प्रो. देवेन्द्र स्वरूप सम्मान

राज कुमार भाटिया को मिला पहला प्रो. देवेन्द्र स्वरूप सम्मान

Panchjanya Manthan CM Yogi Aaditynath Sanatan Dharma

औरंगजेब पर सीएम योगी की खरी-खरी: विदेशी आक्रांताओं का महिमामंडन बंद करें नहीं तो संभल जैसा सच सामने आएगा

अमृत अभिजात जी

महाकुंभ में CM योगी आदित्यनाथ की पहल: पुलिस प्रशिक्षण और जनता के व्यवहार से मिली सफलता- अमृत अभिजात

अवनीश कुमार अवस्थी

महाकुंभ 2025: भारतीय संस्कृति, भव्यता और विश्वस्तरीय आयोजन की नई मिसाल- अवनीश कुमार अवस्थी

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

‘आतंकी समूहों पर ठोस कार्रवाई करे इस्लामाबाद’ : अमेरिका

भारत के लिए ऑपरेशन सिंदूर की गति बनाए रखना आवश्यक

पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ

भारत को लगातार उकसा रहा पाकिस्तान, आसिफ ख्वाजा ने फिर दी युद्ध की धमकी, भारत शांतिपूर्वक दे रहा जवाब

‘फर्जी है राजौरी में फिदायीन हमले की खबर’ : भारत ने बेनकाब किया पाकिस्तानी प्रोपगेंडा, जानिए क्या है पूरा सच..?

S jaishankar

उकसावे पर दिया जाएगा ‘कड़ा जबाव’ : विश्व नेताओं से विदेश मंत्री की बातचीत जारी, कहा- आतंकवाद पर समझौता नहीं

पाकिस्तान को भारत का मुंहतोड़ जवाब : हवा में ही मार गिराए लड़ाकू विमान, AWACS को भी किया ढेर

पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर से लेकर राजस्थान तक दागी मिसाइलें, नागरिक क्षेत्रों पर भी किया हमला, भारत ने किया नाकाम

‘ऑपरेशन सिंदूर’ से तिलमिलाए पाकिस्तानी कलाकार : शब्दों से बहा रहे आतंकियों के लिए आंसू, हानिया-माहिरा-फवाद हुए बेनकाब

राफेल पर मजाक उड़ाना पड़ा भारी : सेना का मजाक उड़ाने पर कांग्रेस नेता अजय राय FIR

घुसपैठ और कन्वर्जन के विरोध में लोगों के साथ सड़क पर उतरे चंपई सोरेन

घर वापसी का जोर, चर्च कमजोर

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies