पाञ्चजन्य के सागर मंथन सुशासन संवाद 2.0 में आमंत्रित दुग्ध उत्पादन कंपनी अमूल के एमडी जयेन मेहता ने डबल इंजन सरकार की तर्ज पर डबल इंजन सहकार की बात की। उन्होंने कहा कि अमूल की शुरुआत 1947 में शुरू हुई थी। इसे सरदार बल्लभ भाई पटेल के सुझाव पर शुरू किया गया था। दरअसल, उस दौरान सरदार पटेल ने सलाह दी थी कि कंपनी को मुश्किलों से बचाने के लिए इसे सहकारिता के तौर पर शुरू करें। भारत दूध के उत्पादन में अग्रिणी देश है। डबल इंजन सहकार, दो साल पहले देश में एक सरकार ने सहकारिता मंत्रालय को शुरू किया था। ये मंत्रालय केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के पास है। अमूल के इतनी बड़ी संस्था बनने के पीछे किसानों की लड़ाई रही है। अमूल 9 बिलियन डॉलर के साथ भारत की सबसे बड़ी एफएमसीजी कंपनी बनी है।
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भारत सरकार ने देश में विकास के लिए देश में कुल तीन सहकारी संस्थाओं का निर्माण किया है। पहला ऑर्गेनिक फूड को प्रमोट करने के लिए मल्टी स्टेट कोऑपरेटिव ऑर्गेनिक्स की स्थापना की गई। इसका मुख्य उद्येश्य रासायनिक खाने की जगह ऑर्गेनिक खाने को प्रमोट करना है। दूसरी बीज का काम करने के लिए भी एक सहकार संस्था का निर्माण किया गया। ऑपरेशन फ्लड के तहत पिछले 50 साल के तहत बड़ा काम हुआ है, इससे महिलाओं के लिए रोजगार का निर्माण हुआ है। सरकार इसके लिए बहुत ही तेजी से काम कर रही है, जिसका असर दिखने लगा है।
अमूल के एमडी जयेन मेहता कहते हैं कि साल 2000 में आणंद आए थे। उस दौरान उन्होंने जो भी बातें कही थी, आज बड़े ही गर्व से कह सकते हैं कि वर्तमान सरकार उन चीजों को जस की तस उतार रही है। सरकार उनके विजन को तेजी से आगे बढ़ा रही है। उन्होंने सहकारिता के तहत विकास की बात कही थी और मोदी जी के नेतृत्व में वर्तमान सरकार इसे आगे बढ़ा रही है।
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