लद्दाख, जम्मू-कश्मीर इकोनॉमिक ग्रोथ एंड डेवलपमेंट डायलॉग यानि लीड की तरफ से जम्मू-कश्मीर में दो दिवसीय महोत्सव 2023 का आयोजन किया गया। यह आयोजन 9 और 10 दिसंबर को जम्मू में किया गया। इसका शुभारंभ वैदिक मंत्रोचारण के बीच जम्मू में जम्मू-कश्मीर पुलिस मुख्यालय के निकट गुलशन ग्राउंड में हुआ था। महोत्सव के पहले दिन ही जम्मू, कश्मीर और लद्दाख समृद्ध संस्कृति, कला एवं सांस्कृतिक विरासत का संगम दिखा, जिसे महोत्सव में उपस्थित हर श्रोता ने सराहा। गुलशन ग्राउंड में शहर के विभिन्न स्कूलों के पांच हजार से अधिक विद्यार्थियों और 20 हजार से अधिक आम लोगों ने 100 अधिक स्टालों का दौरा करने के अतिरिक्त सेना द्वारा लगाई प्रदर्शनी समेत डोगरा और कश्मीरी परंपरा पर आधारित प्रदर्शनियों में विशेष रुचि दिखाई।
महोत्सव का पहला दिन पांच प्रमुख कार्यक्रमों पर केंद्रित रहा। इसके अंतर्गत सबरंग, स्वावलंबन से स्वाभिमान, वीर सैनिक नारी सम्मान, गतका एवं रंग तरंग विषयों पर आधारित कार्यक्रमों के आयोजन हुए। सबरंग कार्यक्रम में विभिन्न स्कूलों और कॉलेजों के छात्रों ने अपनी गायन और नृत्य की प्रतिभाओं को पेश किया और विभिन्न स्कूलों के छात्रों के बीच आयोजित फैंसी ड्रेस, निबंध लेखन और पैटिंग प्रतियोगिताओं ने इस कार्यक्रम को और भी आकर्षक बना दिया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता मंडलायुक्त जम्मू रमेश कुमार ने की।
स्वावलंबन से स्वाभिमान कार्यक्रम के अंतर्गत दोनों केंद्र शासित प्रदेशों के सफल उद्यमियों की प्रेरणादायक कहानियों को श्रोताओं के सम्मुख प्रस्तुत किया गया था और लोगों को ऐसे सफल उद्यमियों से मिलने-देखने का एक जीवंत अवसर मिला, जिन्होंने कई कठिनाइयों का सामना करते हुए अपने उद्यमों के जरिए सफलता हासिल की। इस कार्यक्रम में आईआईएम जम्मू के निदेशक बीएस सहाय मुख्य अतिथि रहे।
एक विशेष कार्यक्रम में उन वीर सैनिक नारियों के सम्मान में समारोह का आयोजन किया गया, जिनके अपने देश की रक्षा, एकता और अखंडता के अतिरिक्त आतंकवाद का समूल नाश करते हुए वीरगति को प्राप्त हुए। केंद्र शासित प्रदेश के उप राज्यपाल मनोज सिन्हा बतौर मुख्य अतिथि अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद द्वारा आयोजित कार्यक्रम में शामिल थे। इस अवसर पर जीओसी 26 इन्फेंट्री डिवीजन मेजर जनरल गौरव गौतम और पूर्व सैनिक सेवा परिषद के कई वरिष्ठ पदाधिकारी भी उपस्थित रहे। लीड के निदेशक सुनील शाह ने संस्था की ओर से उप राज्यपाल मनोज सिन्हा को अंग वस्त्र भेंट कर सम्मानित किया। लीड के निदेशक मनीष आहलुवालिया, लीड की मीडिया मैनेजमेंट टीम के प्रमुख संजीव शर्मा और पूर्व सैनिक सेवा परिषद के पदाधिकारियों ने मैजर जनरल गौरव गौतम, सेवा निवृत्त लेफ्टिनेंट जनरल आरके शर्मा, मेजर जनरल एसके शर्मा, ब्रिगेडियर बलवीर सिंह संब्याल और कर्नल बीएस मगोत्रा आदि को इस अवसर पर सम्मानित भी किया था। इसी कार्यक्रम में यशराज सिंह बुंदेला द्वारा लिखित पुस्तक, इंटीग्रेशन ऑफ़ भारतः पोलिटिकल एंड कान्सटीट्युशनल पर्सपैक्टिव पुस्तक का विमोचन भी उप राज्यपाल मनोज सिन्हा ने किया था।
उप राज्यपाल मनोज सिन्हा ने वीर सैनिक नारियों को सम्मानित करते हुए अपने संक्षिप्त संबोधन में कहा कि ऐसे परिवारों के देश के लिए योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। खासकर जम्मू कश्मीर में आतंकवाद को खत्म करने में सुरक्षा बलों, सेना और जम्मू कश्मीर पुलिस के जवानों द्वारा दिए गए बलिदान अहम है। उन्होंने महोत्सव 2023 के आयोजन और केंद्र शासित प्रदेशों जम्मू कश्मीर एवं लद्दाख के आर्थिक विकास के लिए लीड द्वारा किए जा रहे कार्यों की निरंतर प्रगति के लिए शुभकामनाएं भी दी। इस कार्यक्रम में उपस्थित श्रोताओं की आंखें नम होती रही जब बलिदानियों की वीर गाथाओं का उल्लेख मंच संचालक द्वारा किया जा रहा था। महोत्सव में यह पहला अवसर था कि जब वीर नारियों को सम्मानित किया गया। विशेषकर खुद उप राज्यपाल मनोज सिन्हा वीर नारियों के पास मंच से नींचे पहुंचे और उन्हें सम्मानित किया और इसके बाद उप राज्यपाल मनोज सिन्हा ने महोत्सव 2023 में विभिन्न उद्यमियों, संस्थाओं और गैर सरकारी संगठनों द्वारा लगाए गए स्टालों का भी निरीक्षण किया।
इस कार्यक्रम के समापन के आधे घंटे के लिए सिख योद्धाओं की परंपराओं को दिखाने वाले गतका का जीवंत प्रदर्शन भी महोत्सव में उपस्थित जनसमूह को देखने का अवसर प्राप्त हुआ। महोत्सव 2023 के पहले दिन के कार्यक्रमों का समापन देर शाम रंग तरंग कार्यक्रम से हुआ। इस कार्यक्रम में केंद्रीय पीएमओ राज्य मंत्री डॉ जितेंद्र सिंह ने बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए।
महोत्सव 2023 के दूसरे दिन भी जम्मू, कश्मीर और लद्दाख की समृद्ध संस्कृति, कला एवं सांस्कृतिक विरासत का संगम हजारों की संख्या में स्थानीय लोगों ने देखा, जिसे महोत्सव में आने वाले हर व्यक्ति सराह रहा था। महोत्सव 2023 के दूसरे दिन गुलशन ग्राउंड में शहर के विभिन्न इलाकों और शहर के बाहरी क्षेत्रों से भी 25000 से अधिक आम लोगों ने अपने परिवारों सहित 100 से अधिक स्टालों का दौरा करने के अतिरिक्त सेना की तरफ से लगाई विशेष प्रदर्शनी समेत डोगरा, कश्मीरी और लद्दाखी परंपरा पर आधारित प्रदर्शनियों में विशेष रुचि दिखाई। साथ ही विभिन्न कार्यक्रमों में भी शामिल हुए। महोत्सव 2023 की सफलता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि लोगों ने आयोजकों को बताया था कि कम से कम इसका आयोजन पांच या सात दिन तक होना चाहिए था। महोत्सव में लद्दाख की आर्यन वैली से आए कलाकारों और कश्मीरी परंपरा पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रम भी पारंपरिक शैली में प्रस्तुत किए।
महोत्सव का दूसरा दिन, पांच प्रमुख कार्यक्रमों पर केंद्रित था। उस दिन नाट्य उत्सव, डुग्गर मलाटी, प्रेरणा प्रवाह, खेल सम्मान उत्सव, गतका और रंग तरंग कार्यक्रमों का आयोजन हुआ। डुग्गर मलाटी कार्यक्रम के अंतर्गत डोगरा संस्कृति पर आधारित पारंपरिक विवाह उत्सव का आयोजन गुलशन ग्राउंड में किया गया। इसमें बाकायदा बारात, सांध, लोक गीतों, डोगरी लोक नृत्य आदि को दर्शाया गया। आयोजन स्थल गुलशन ग्राउंड में उपस्थित हर व्यक्ति ने डुग्गर मलाटी के अंतर्गत डोगरा विवाह की संस्कृति के प्रदर्शन को सराहा और यह प्रस्तुति आकर्षण का केंद्र रही।
लीड द्वारा आयोजित महोत्सव 2023 के दूसरे दिन ऑडिटोरियम में नाट्य उत्सव का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता सनातन धर्म सभा के अध्यक्ष पुरुषोत्तम दधीचि ने की। इस अवसर पर कार्यक्रम के सहसंयोजक संजय गुप्ता, डॉ चंद्रमोली रैना, स्वामी दिव्यानंद, महामंडलेश्वर स्वामी सुचेतानंद शक्तिदत्त शर्मा आदि उपस्थित रहे। नाट्य उत्सव के अंतर्गत धार्मिक लोक कथाओं से प्रेरित नाटकों एवं रामलीला के दृश्यों का मंचन किया गया। इसमें भरत मिलाप दृश्य को प्रस्तुत किया गया। दर्शकों को महाकाव्य रामायण के विभिन्न चरणों का मनमोहक प्रदर्शन देखने को मिला। नाट्य में भरत मिलाप और सीता हरण जैसे भावविभोर करने वाले नाटक दिखाए गए, जिससे दर्शक मंत्रमुग्ध हो गए। कार्यक्रम के अंत में इस कार्यक्रम में भाग लेने वाले संगठनों के प्रतिनिधियों को पुरुषोत्तम दधीचि ने सम्मानित किया था।
प्रेरणा प्रवाह कार्यक्रम के अंतर्गत जम्मू कश्मीर में कार्यरत विभिन्न 36 गैर सरकारी संगठनों द्वारा समाज में उनके अमूल्य योगदान के लिए सम्मानित किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता पद्मश्री डॉ जितेंद्र उधमपुरी ने की थी। मुख्य वक्ता स्वदेशी जागरण मंच के अखिल भारतीय सह संगठक सतीश कुमार थे। इस कार्यक्रम में डॉ गौतम मैंगी, सांसद जुगल किशोर शर्मा, लीड के निदेशक मनीष आहलुवालिया, स्वामी यज्ञनारायण विशेष रूप से उपस्थित रहे। उक्त सभी लोगों ने संयुक्त रूप से द्वीप प्रज्जवलित कर इस कार्यक्रम का शुभारंभ किया। सतीश कुमार ने अपने संबोधन में स्वदेशी के प्रति लोगों का ध्यान आकर्षित करते इसे देश हित में अपनाने पर जोर दिया। इस दौरान सम्मानित होने वाले गैर सरकारी संगठनों में राम कृष्ण मिशन, वेद मंदिर, एकल विद्यालय, चूडामणि संस्कृत संस्थान, विश्वस्थली, आर्ट आफ लिविंग, लद्दाख से पेसर, पुरमंडल उत्तरवहिनी तीर्थ सेवा न्यास, श्री नरसिंह सेवा केंद्र खून, उधमपुर, संजीवनी शारदा केंद्र, भारतीय योग संस्थान, आर्य प्रतिनिधि सभा, सेवा भारती अथरुट, मुक्ति सोसायटी, सहारा जागृति मंच आदि शामिल रहे।
खेल सम्मान समारोह में जम्मू कश्मीर के इतिहास में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर केंद्र शासित प्रदेश और देश नाम रोशन करने वाले खिलाड़ियों की माताओं को सम्मानित किया गया था। इस कार्यक्रम का आकर्षण पैरा आर्चर अथवा तीरंदाज जम्मू के किश्तवाड़ जिले की रहने वाली शीतल देवी रही। शीतल देवी विश्व की नंबर एक पैरा आर्चर है। शीतल देवी ने एशिएन पैरा आर्चर में दो गोल्ड मेडल देश के लिए जीते थे। शीतल देवी को जीजा भाई पुरस्कार से सम्मानित किया गया। शीतल देवी की माता शक्ति देवी ने यह सम्मान हासिल किया था। जीजा भाई पुरस्कार से सम्मानित होने वाले खिलाड़ियों और उनकी माताओं में एथलेटिक्स में अबरार चौधरी की माता नसीम बीबी और क्रिकेटर शुभम खजूरिया की माता वर्षा खजूरिया शामिल रहे। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता जम्मू कश्मीर क्रिकेट एसोसिएशन के पदाधिकारियों ब्रिगेडियर अनिल गुप्ता और सीनियर एडवोकेट सुनील सेठी के अतिरिक्त लीड के निदेशक सुनील शाह ने संयुक्त रूप से की।
महोत्सव 2023 का समापन सांस्कृतिक कार्यक्रमों से हुआ था। लीड के पदाधिकारियों द्वारा महोत्सव 2023 को सफल बनाने में सहयोग देने वालों के अभिनंदन के साथ ही महोत्सव 2023 का समापन हो गया। महोत्सव 2023 के शुभारंभ के पहले दिन विभिन्न कार्यक्रमों में लीड के पदाधिकारियों के अतिरिक्त उप राज्यपाल मनोज सिन्हा, आईआईएम जम्मू के निदेशक बीएस सहाय, मंडलायुक्त रमेश कुमार, मेजर जनरल टाइगर डिवीजन गौरव गौतम आदि उपस्थित रहे। दूसरे दिन विभिन्न कार्यक्रमों में लीड के पदाधिकारियों के अतिरिक्त सांसद जुगल किशोर शर्मा, सांसद गुलाम अली खटाना, जम्मू कश्मीर क्रिकेट एसोसिएशन के प्रशासनिक सदस्य ब्रिगेडियर, सेवा निवृत्त अनिल गुप्ता, जेकेसीए के सदस्य सुनील सेठी, स्वदेशी जागरण मंच के सह संगठक सतीश कुमार, पद्मश्री डॉ जितेंद्र उधमपुरी, सनातन धर्म सभा जम्मू कश्मीर के अध्यक्ष पुरुषोत्तम दधीचि, जम्मू कश्मीर के किश्तवाड़ जिले की रहनी वाली अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त पैरा आर्चर शीतल देवी आदि उपस्थित रहे।
क्या था महोत्सव का उद्देश्य
लीड द्वारा आयोजित दो दिवसीय महोत्सव 2023 का उद्देश्य स्वदेशी उत्पादों, उद्यमिता, शिल्पकला और सांस्कृतिक विरासत आदि को स्थानीय जनमानस से अवगत करवाना था। महोत्सव 2023 का दूसरा बड़ा उद्देश्य स्थानीय अमूल्य संभावनाओं को विश्व के सामने रखना, उद्यमिता की भावना को बढ़ावा देने के अतिरिक्त जम्मू कश्मीर एवं लद्दाख के लोगों के बीच गहरी एकता और गर्व की भावना को बढ़ावा देना था।
क्या है लीड
लद्दाख, जम्मू कश्मीर इकोनॉमिक ग्रोथ एंड डेवलपमेंट डायलॉग, लीड दोनों केंद्र शासित प्रदेशों में वोकल फॉर लोकल की विचारधारा के अनुरूप स्थानीय व्यवसायों को सशक्त बनाने, मेक इन इंडिया, स्टार्टअप इंडिया के साथ इसके सरंक्षण को दर्शाता है। इसका उद्देश्य उद्यमिता, और युवाओं के भीतर आत्मनिर्भरता की भावना पैदा करने के साथ आर्थिक विकास को बढ़ावा देना है।
टिप्पणियाँ