झारखंड में लव जिहाद रुक नहीं रहा है। गुमला में एक युवती की हत्या कर उसके सिर को एक कुएं में डाल दिया, तो शरीर को दूसरे कुएं में फेंका। अभियुक्त एमान मिरदाहा को भेजा गया जेल।
—हरिओम सुधांशु (गुमला से)
लव जिहाद के नाम पर जनजाति समाज की एक और बेटी दरिंदगी का शिकार हो गई। निर्ममतापूर्वक उसके शरीर को इतने टुकड़ों में काटा गया कि उसे समेटना तक संभव नहीं हुआ। सिर अलग, धड़ अलग और दोनों हाथ अलग। पुलिस ने गुमला थाना क्षेत्र के फोरी गांव में दो अलग-अलग कुंओं से 22 वर्षीया मृत युवती का सिर व धड़ बरामद किया। इस जघन्य हत्याकांड की सूचना मिलते ही गुमला के पुलिस अधीक्षक हरविंदर सिंह ने घटनास्थल का निरीक्षण करने के बाद अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी मनीष चंद्र लाल को इस कांड के अनुसंधान की जिम्मेदारी दी। श्री लाल के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया गया। पुलिस ने कुएं से बरामद बैग में मिले आधार कार्ड, एटीएम कार्ड और फोन नंबर के आधार पर युवती के परिजनों से संपर्क किया और उन्हें शव की पहचान करने के लिए गुमला बुलाया। पोस्टमार्टम कक्ष में शव की पहचान पिता ने अपनी बेटी के रूप में की। मृत युवती खूंटी जिले के रनिया थाना क्षेत्र की रहने वाली थी। उसके पिता ने बताया कि वह मुंबई में काम करती थी। एक माह पहले ही घर लौटी थी। लड़की के पिता ने पुलिस को दिए लिखित आवेदन में कहा है कि उनकी बेटी का प्रेम प्रसंग फोरी गांव के किसी ‘बादल’ नाम के एक युवक से चल रहा था। उसके बारे में अधिक जानकारी नहीं है। उन्होंने आशंका जाहिर की कि बादल ने अपने अन्य साथियों के साथ मिल कर सामूहिक दुष्कर्म कर हत्या कर दी और साक्ष्य छिपाने के लिए सिर व धड़ को अलग-अलग कुएं में डाल दिया। पुलिस ने एमान मिरदाहा उर्फ बादल उर्फ छोटू उर्फ सोनू (22 वर्ष), अब्बा जहीर मिरदाहा, ग्राम फोरी, थाना गुमला, को गिरफ्तार कर लिया है। अभियुक्त ने अपना अपराध भी स्वीकार कर लिया है। अभियुक्त की निशानदेही पर मृतका का कटा हुआ हाथ, हत्या में प्रयुक्त टांगी, एक पैसन प्रो मोटरसाइकिल, तीन मोबाइल फोन व घटना के समय पहने गए कपड़े बरामद किए गए हैं। इसके बाद पुलिस अधीक्षक हरविंदर सिंह ने प्रेस कांफ्रेंस में अभियुक्त को स्थानीय मीडिया के समक्ष प्रस्तुत किया व कांड के खुलासे की विस्तृत जानकारी दी। इस समय अभियुक्त को गुमला जेल में रखा गया है।
खूंटी से लेकर गुमला तक आक्रोश की लहर
इस जघन्य हत्याकांड की खबर जैसे ही सार्वजनिक हुई, वैसे ही खूंटी से लेकर गुमला तक आक्रोश की लहर दौड़ गई। तोरपा के भाजपा विधायक कोचे मुंडा के नेतृत्व में रनिया प्रखंड कार्यालय के सामने धरना-प्रदर्शन किया गया। विधायक और भाजपा कार्यकर्ताओं ने हाथों में तख्तियां लेकर पूरे मामले की गहन जांच की मांग की और कहा कि लव जिहाद बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। प्रदर्शन के दौरान कोचे मुंडा ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन खुद जनजाति हैं। इसके बावजूद जनजाति बेटियों की हत्या हो रही है और सरकार कुछ नहीं कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि हेमंत सोरेन के शासनकाल में अपराधी बेलगाम हो गए हैं। जब तक हत्यारों को सजा नहीं मिल जाती तब तक भाजपा विरोध प्रदर्शन जारी रखेगी। विधायक कोचे मुंडा मृत युवती के परिजनों से मिलने उसके गांव भी पहुंचे। मृतका के पिता ने विधायक को बताया कि उनकी बेटी दिल्ली जाने के लिए घर से निकली थी,लेकिन रांची स्टेशन में उसकी ट्रेन छूट गई। इसके बाद उसने फोन पर बताया कि वह अपनी सहेली के यहां रह रही है। उसके बाद उसका फोन बंद हो गया। बाद में गुमला के फोरी गांव में उसकी लाश मिली। विधायक कोचे मुंडा ने राज्यपाल के नाम हत्यारों की गिरफ्तारी और सजा को लेकर ज्ञापन सौंपा है। हिंदू जागरण मंच के संजय कुमार वर्मा ने इस घटना को लव जिहाद बताया और कहा कि अगर सही जांच नहीं हुई तो सीबीआई जांच की मांग की जाएगी।
इस घटना को पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा सांसद सुदर्शन भगत ने भी गंभीर माना है। उन्होंने गुमला के एसपी से फोन पर बात की और इसकी जांच अच्छी तरह करने को कहा। उन्होंने यह भी कहा कि पूरे झारखंड में अपराधियों का बोलबाला है। खुलेआम गो तस्करी, महिलाओं का उत्पीड़न और हत्या हो रही है।
अपनी पहचान बदल कर बादल ने दिखाई हैवानियत
इस जघन्य हत्याकांड को अंजाम देने वाला एहसान मिरदाहा उर्फ एमान मिरदाहा उर्फ छोटू उर्फ सोनू उर्फ बादल ने जिस हैवानियत का परिचय दिया है, उससे पूरी मानवता ही शर्मसार हो गई है। यह शातिर अपराधी फेसबुक व इंस्टाग्राम के माध्यम से हिंदू समाज की लड़कियों को प्रेम जाल में फंसाने का काम किया करता था। दो साल पूर्व रायडीह प्रखंड की सिपरिंगा बरटोली गांव की एक लड़की को भी उसने अपने प्रेम जाल में फंसाया था। एक दिन वह उस लड़की को उसी की स्कूटी पर बैठा कर पालकोट की ओर जा रहा था। इसकी भनक हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं को लग गई। जिला मुख्यालय से सटे टैंसरा मोड़ के पास कार्यकर्ताओं ने उसे पकड़ लिया और उसकी जम कर पिटाई कर दी। उस समय वह अपना नाम बादल उर्फ सोनू बता रहा था। उसके साथ जाने वाली हिंदू लड़की को भी पता नहीं था कि जिसे वह हिंदू समझ रही है वह दरअसल मुसलमान है।
बादल के भाइयों की भी है आपराधिक पृष्ठभूमि
फोरी गांव के जहीर मिरदाहा के कुल सात बेटे हैं— एकरामुल मिरदाहा, एजाउल मिरदाहा, आरिफ मिरदाहा,पप्पू मिरदाहा और एहसान मिरदाहा उर्फ एमान मिरदाहा उर्फ छोटू उर्फ सोनू उर्फ बादल व सातवें का नाम मालूम नहीं। बड़ा बेटा एकरामुल मिरदाहा पशु तस्करी के धंधे में शामिल है। एक साल पूर्व वह पशु तस्करी के मामले में जेल भी जा चुका है। इसने भी चैनपुर में एक जनजाति लड़की को अपने प्रेम जाल में फंसाया था। वह लड़की अपने माता-पिता की इकलौती संतान है। पिता की मौत पहले ही हो चुकी है। घर में सिर्फ मां-बेटी रहती थी। इसका एकरामुल मिरदाहा ने फायदा उठाया और लड़की को अपने जाल में फंसा लिया। इसके बाद लंबे समय तक उसके घर में ही घर जमाई की तरह रहने लगा। वह घर के धान–चावल भी बेच दिया करता था। जब हिसाब मांगा जाता था, तो वह बहाने बनाने लगता था। इससे विवाद बढ़ा और अंत में गांव वालों के सहयोग से उसे भगाया गया। दूसरा बेटा एजाउल मिरदाहा भी दस साल से मानव तस्करी के धंधे में लिप्त है। वह सुनहरे भविष्य का सपना दिखा कर दर्जनों लड़कियों को महानगरों में खपा चुका है। चार साल पूर्व फोरी गांव में एक विवाहिता महिला व दो लड़कियां रहस्यमय तरीके से गायब हो गई थीं। ग्रामीणों का कहना है कि इसमें भी एजाउल का हाथ है। तीसरा बेटा है आरिफ मिरदाहा। इसने भी फोरी गांव में लोहरा समाज की एक पढ़ी-लिखी लड़की को अपने प्रेम जाल में फंसाया था। जब भी उस लड़की के लिए शादी के रिश्ते आते तो वह अपनी टांग अड़ाकर शादी नहीं होने देता था। माता-पिता के तीखे विरोध के कारण आरिफ को लड़की से संबंध विच्छेद करना पड़ा। पहले वह टोटो नामक जगह पर टेलर मास्टर काम करता था। अब वह कमाने के लिए बाहर चला गया है। चौथा बेटा पप्पू मिरदाहा भी नशीली दवा के कारोबार में संलिप्त है। पांचवां बेटा रैफुल मिरदाहा गोतस्करी में शामिल है।
फोरी गांव में पहले भी हुई है हत्या
गांव के लोग बताते हैं कि ऐसी ही एक घटना पूर्व में भी फोरी गांव में हो चुकी है। 2015 में चैनपुर थाना क्षेत्र की एक जनजाति लड़की दिल्ली से करीब 50,000 रु लेकर लौटी थी। दिल्ली से आने के बाद उसका अपहरण कर लिया गया। दुष्कर्म करने के बाद उस लड़की की भी निर्ममतापूर्वक हत्या कर दी गई। इसके बाद उसका सिर धड़ से अलग कर दिया गया। अपराधियों ने साक्ष्य छिपाने की नीयत से धड़ को सुग्गीटोली तालाब और सिर को फोरी के देवी मंडप के पास दूसरे तालाब में फेंक दिया था।
फोरी,अटरिया,टोटो व मुर्गू में मुस्लिमों का दबदबा
गुमला थाना क्षेत्र के टोटो,फोरी,अटरिया,मुर्गू आदि गांवों में मुसलमानों का दबदबा हो गया है। इनकी दबंगई से लोग परेशान हैं। आए दिन बहू-बेटियों के साथ छेड़खानी,छिनतई, पशुओं को जबर्दस्ती ले जाना, रंगदारी आदि आम बात है। महज 15 दिन पहले तिगरा गांव के अर्जुन लोहरा नामक एक व्यक्ति की बहू के साथ इन लोगों ने छेड़खानी की। जब अर्जुन के बेटे यानी महिला के पति ने विरोध किया तो मुस्लिम युवकों ने उसके दोनों हाथ बांध दिए। महिला के चिल्लाने की आवाज सुनकर आसपास के चरवाहे जब वहां पहुंचे तो वे लोग भाग निकले। मुर्गू और टोटो के मंदिर में गोमांस के टुकड़े फेंके जाने के कारण भी पूर्व में तनाव की स्थिति बनी थी।
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