ये कैसी समानता! हाई स्कूल तक इस्लामिक शिक्षा, बुरे प्रभावों से बचाने लड़कियों के लिए लड़कों से अलग स्कूल: अरशद मदनी
May 8, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत उत्तर प्रदेश

ये कैसी समानता! हाई स्कूल तक इस्लामिक शिक्षा, बुरे प्रभावों से बचाने लड़कियों के लिए लड़कों से अलग स्कूल: अरशद मदनी

जमीयत उलेमा ए हिन्द के प्रमुख मौलाना अरशद मदनी ने कहा कि मुस्लिमों के बच्चों को नर्सरी से हाई स्कूल तक केवल इस्लामिक शिक्षा दी जाएगी।

by Kuldeep singh
Dec 8, 2023, 01:00 pm IST
in उत्तर प्रदेश
Maulana Arshad Madni

मौलाना अरशद मदनी, जमीयत उलेमा ए हिन्द

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

सामाजिक समानता के नाम पर बड़े-बड़े लेक्चर देने वाले इस्लामिक उलेमा शिक्षा के नाम पर केवल इस्लामिक शिक्षा को बढ़ावा देना चाहते हैं। इसी क्रम में जमीयत उलेमा ए हिन्द के प्रमुख मौलाना अरशद मदनी ने मुस्लिमों के लिए अलग से शिक्षण संस्थाओं की स्थापनी की वकालत की। लेकिन इसी के साथ ये भी जता दिया कि इन शिक्षण संस्थानों में नर्सरी से हाई स्कूल तक केवल इस्लामिक शिक्षाएं दी जाएंगी। शिक्षण का कार्य केवल जमीयत के मौलाना करेंगे।

इसे भी पढ़ें: घर वापसी : बांग्लादेश में 220 ईसाई परिवारों ने की ‘घर वापसी’, वैदिक मंत्रों के साथ अपनाया सनातन धर्म

मौलाना मदनी के मुताबिक, कक्षा 8वीं पास करने के बाद मुस्लिम लड़कियों के लिए अलग से बालिका संस्थान होना चाहिए। मदनी ने कहा कि इससे हम मुस्लिम लड़कियों को बुरे प्रभावों से बचा सकेंगे। मदनी का कहना है कि मुस्लिम लड़कियां कन्वर्जन का शिकार हो रही हैं। इसे रोकना वक्त की जरूरत है। हर मुस्लिम आबादी में इस प्रकार के संस्थान की स्थापित करना बहुत जरूरी है ताकि दीन ईमान से धर्म की रक्षा हो सके।

जमीयत प्रमुख अरशद मदनी लखनऊ में गुरुवार को जमीयत उलेमा की बैठक में बोल रहे थे। उसी दौरान इस्लामिक नेता ने ये बातें कहीं। इस बैठक में 37 जिलों के हजारों उलेमा शामिल हुए। मदनी ने कहा कि मुस्लिम कौम से कई तरह की अपील की और कहा कि मुस्लिम समाज के सुधार के लिए संघर्ष करना इस समय की सबसे महत्वपूर्ण जरूरत है।

इसे भी पढ़ें: ‘झुकना, नमस्कार करना मेरे संस्कार हैं’, उपराष्ट्रपति का छलका दर्द, जानें क्यों कहा- बड़ा दुख हुआ

मतदाताओं को जागरुक करने पर बल

कार्यक्रम के दौरान अरेबिया मुस्लिमों को संबोधित करते हुए मौलाना मदनी ने उन्हें सलाह दी कि वे सरकारी नियमों के अनुसार संस्थान चलाएं किसी ट्रस्ट या सोसायटी द्वारा पंजीकरण कराकर मदरसे को कानूनी रूप से मजबूत किया जाए ताकि शिक्षा विभाग से मनीटा यानि अनुदान मिल सके। मदनी ने उलेमाओं को फरमान सुनाया कि वे अपने-अपने इलाके के मुस्लिम मतदाताओं को जागरूक करें, ताकि अपने मन मुताबिक सरकारों को चुना जा सके।

Topics: मौलाना अरशद मदनीइस्लामिक कट्टरपंथलखनऊ न्यूजउत्तर प्रदेश न्यूजइस्लामिक शिक्षा#islamIslamic Educationइस्लामIslamic Radicalizationजमीयत उलेमा-ए-हिन्दMaulana Arshad MadniJamiat Ulema-e-HindLucknow NewsUttar Pradesh
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

‘टेक्सास में इस्लाम के लिए कोई जगह नहीं, शरिया कानून हावी नहीं होगा’, MAGA समर्थक वैलेंटिना का Video वायरल

काफिर शब्द पर प्रतिबंध की मांग

क्या है काफिर शब्द, फिल्मों में गाने भी खूब बने, क्यों उठ रही इस पर प्रतिबंध की मांग

प्रतीकात्मक चित्र

श्रावस्ती में अवैध मदरसों पर प्रशासन की सख्त कार्रवाई, 17 मदरसे बंद, अतिक्रमण हटाया गया

प्रतीकात्मक तस्वीर

बहराइच: मदरसे में जांच के दौरान खुली पोल, 10वीं के छात्र अंग्रेजी में नहीं लिख पाए अपना नाम

Pahalgam terror attack

परिवार समेत इस्लाम त्यागने की दी चेतावनी, पहलगाम हमले से दुखी बबलू खान, सनातन धर्म में आस्था

Kanpur Islamic conversion Kalma

कानपुर के फ्लैट में इस्लामिक धर्मान्तरण का खेल, 5 हिन्दुओं को पढ़ाया जा रहा था कलमा, खुलासा हुआ तो मचा हड़कंप

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

S jaishankar

उकसावे पर दिया जाएगा ‘कड़ा जबाव’ : विश्व नेताओं से विदेश मंत्री की बातचीत जारी, कहा- आतंकवाद पर समझौता नहीं

पाकिस्तान को भारत का मुंहतोड़ जवाब : हवा में ही मार गिराए लड़ाकू विमान, AWACS को भी किया ढेर

पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर से लेकर राजस्थान तक दागी मिसाइलें, नागरिक क्षेत्रों पर भी किया हमला, भारत ने किया नाकाम

‘ऑपरेशन सिंदूर’ से तिलमिलाए पाकिस्तानी कलाकार : शब्दों से बहा रहे आतंकियों के लिए आंसू, हानिया-माहिरा-फवाद हुए बेनकाब

राफेल पर मजाक उड़ाना पड़ा भारी : सेना का मजाक उड़ाने पर कांग्रेस नेता अजय राय FIR

घुसपैठ और कन्वर्जन के विरोध में लोगों के साथ सड़क पर उतरे चंपई सोरेन

घर वापसी का जोर, चर्च कमजोर

‘आतंकी जनाजों में लहराते झंडे सब कुछ कह जाते हैं’ : पाकिस्तान फिर बेनकाब, भारत ने सबूत सहित बताया आतंकी गठजोड़ का सच

पाकिस्तान पर भारत की डिजिटल स्ट्राइक : ओटीटी पर पाकिस्तानी फिल्में और वेब सीरीज बैन, नहीं दिखेगा आतंकी देश का कंटेंट

Brahmos Airospace Indian navy

अब लखनऊ ने निकलेगी ‘ब्रह्मोस’ मिसाइल : 300 करोड़ की लागत से बनी यूनिट तैयार, सैन्य ताकत के लिए 11 मई अहम दिन

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ

पाकिस्तान की आतंकी साजिशें : कश्मीर से काबुल, मॉस्को से लंदन और उससे भी आगे तक

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies