DMK सांसद सेंथिल कुमार एस ने मंगलवार को संसद के शीतकालीन सत्र में हिंदी पट्टी के राज्यों को लेकर आपत्तिजनक बयान दिया था। अब उस बयान को लेकर मांफी मांग ली है। आज उन्होंने अपने बयान पर खेद जताते हुए सदन में माफी भी मांगी और कहा कि अगर मेरे बयान से किसी की भावनाएं आहत हुई हैं तो मैं माफी मांगता हूं।
दरअसल, मंगलवार को संसद में सांसद सेंथिल कुमार ने कहा था कि बीजेपी ने हाल ही में कई राज्यों में चुनाव जीते हैं, जब उन्हें लगता है कि वह किसी राज्य में जीत नहीं सकते हैं तो वे उसे केंद्र शासित प्रदेश बना देते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि बीजेपी की ताकत मुख्य रूप से हिंदी राज्यों में है और इन्हें हम आम तौर पर ‘गौमूत्र राज्य’ कहते हैं। बीजेपी की दक्षिण भारतीय राज्यों में चुनाव जीतने की कोई संभावना नहीं है।
सेंथिल कुमार के बयान पर कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने पलटवार किया था। उन्होंने कहा कि डीएमके नेताओं की अगर इस तरह की हरकत रहीं और सनातन धर्म के खिलाफ ऐसे बकवास करते रहे तो गौमूत्र ही नहीं, बल्कि सांड वाले राज्यों में भी बीजेपी का परचम लहराएगा। आचार्य प्रमोद कृष्णम ने यह भी कहा था कि डीएमके के नेता सब रावण के खानदान के लोग और आसुरी शक्ति हैं। यह सब भारत को बर्बाद करना चाहते हैं। इनका मकसद सनातन धर्म को खत्म करने का है। यह भारतीय लोकतंत्र को भी खत्म करना चाहते हैं।
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