प्रयागराज जनपद में उमेश पाल हत्याकांड की अभियुक्त एवं पूर्व विधायक अशरफ की पत्नी जैनब घटना के बाद से ही फरार है। रविवार को उसके घर की कुर्की की गई. कुर्की की कार्रवाई के बाद जैनब के घर पर बुलडोजर चलाए जाने की खबर है. यह भी बताया जा रहा है कि रविवार को जिस मकान की कुर्की की गई है. वह मकान वक्फ बोर्ड की भूमि को हड़प कर बनाया गया था. प्रयागराज विकास प्राधिकरण में अब कार्रवाई की तैयारी की जा रही है. जल्द ही जैनब के घर पर बुलडोजर चलाया जाएगा.
उल्लेखनीय है कि गत 24 फरवरी को प्रयागराज जनपद के धूमनगंज थाना अंतर्गत उमेश पाल को घर के सामने गोली मारकर हत्या कर दी गई. थी उमेश पाल, बसपा विधायक राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह थे. इस हमले में दोनों गनर की भी मृत्यु हो गई थी. राजू पाल की हत्या के मुकदमे की सुनवाई काफी तीव्र गति से चल रही थी. इसी दौरान 24 फरवरी को उमेश पाल की हत्या हो गई. वर्ष 2005 में जब विधायक राजू पाल की हत्या के मुकदमे की सुनवाई शुरू हुई तो सभी गवाह न्यायालय में पक्षद्रोही हो गए थे. जिस समय मुकदमे की सुनवाई हो रही थी. उस समय सपा का शासनकाल था. उसके बाद राजू पाल की पत्नी पूजा पाल ने उच्च न्यायालय में याचिका दाखिल की थी कि सपा के शासनकाल में अभियुक्तगण अत्यंत प्रभावी हैं इसलिए ट्रायल पर रोक लगा दी जाय. उच्च न्यायालय ने ट्रायल पर रोक लगा दी थी. जैसे ही बसपा की सरकार वर्ष 2007 में बनी. अतीक अहमद और उसके भाई के खिलाफ मुक़दमे दर्ज किये गए. राजू पाल हत्याकांड के गवाह जो कोर्ट में मुकर गए थे , उन सब ने थाने में एफआईआर लिखवाया कि उनका अपहरण कर लिया गया था और यह कहा गया था कि कोर्ट में अगर नहीं मुकरोगे तो जान से मार दिए जाओगे , इसलिए जान के डर से कोर्ट में बयान से मुकरना पड़ा था , राजू पाल हत्याकांड के गवाह उमेश पाल समेत अन्य कई लोगों ने अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया था.उमेश पाल लगातार मुकदमे में पैरवी कर रहे थे. इसी रंजिश में उनकी हत्या की गई. उमेश पाल हत्याकांड के बाद अशरफ की पत्नी फरार हो गई है. जिसे लगातार पुलिस ढूढ़ रही है।
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