रामनगर ( कॉर्बेट सिटी)। ढिकुली के आबादी क्षेत्र में दहशत फैला रहे बाघों को कॉर्बेट प्रशासन की टीम ने बेहोशी का इंजेक्शन देकर पिंजरे में कैद कर लिया है। इन बाघों को प्राथमिक इलाज के बाद दूर घने जंगल में भेजने की तैयारी की जा रही है।
पिछले एक महीने से सुंदरखाल, ढिकुली आबादी क्षेत्र में बाघ घूम रहे थे और वे इंसानों और पालतू जानवरों को निशाना बना रहे थे। दो हफ्ते पहले बाघ के हमले से एक व्यक्ति की मौत भी हो गई थी, उसी दौरान टाइगर प्रशासन ने सीसीटीवी कैमरे लगाकार बाघ को ट्रांकुलाइज करके पकड़ा था और उसे फिर घने जंगल में छोड़ दिया था। अब उसी क्षेत्र में फिर से दो बाघ दिखाई दिए। इसी बीच एक अन्य व्यक्ति भी बाघ के हमले का शिकार हो गया, जिसके बाद स्थानीय लोगो में गुस्सा भी बढ़ा और दहशत भी।
बीती रात स्थानीय विधायक दीवान सिंह बिष्ट द्वारा कॉर्बेट प्रशासन को इस बारे में सूचित किया गया कि दो बाघ गांव के क्षेत्र में देखे गए हैं। इसके बाद कॉर्बेट प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची और दोनो बाघों को पिंजरे में बंद किया। दोनों बाघों को वन्य जीव रेस्क्यू सेंटर लाया गया है, जहां प्राथमिक इलाज करने के बाद जंगल में छोड़े जाने की तैयारी की जा रही थी। कॉर्बेट के निदेशक डा धीरज पांडेय के अनुसार दोनों बाघों की सीसीटीवी फुटेज से पहचान की जा रही है और इनके होश में आने के बाद कोर जोन में छोड़े जाने के लिए तैयारी की जाएगी। मानव और वन्यजीव संघर्ष को रोकने के लिए बाघों को बेहोश करके पकड़ा गया है।
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