अरुणाचलेश्वर (शिव) मंदिर प्रबंधन और विद्यालय के प्रबंधन के बीच यह दशकों पुरानी संधि है।
गत दिनों तिरुवन्नामलाई (तमिलनाडु) के नगर निगम विद्यालय में पढ़ने वाले छात्रों ने अपने कंधों पर 63 नायनमारों (शैव संतों) की मूर्तियों के साथ एक यात्रा निकाली।
यात्रा में शामिल छात्र बेहद प्रसन्न थे और ‘हरो हरा’ के नारे लगाते हुए चल रहे थे। यह 60 वर्ष पुरानी परंपरा है और 10 दिवसीय दीपम उत्सव का हिस्सा है। सबसे बड़ी बात यह है कि इस परंपरा को निभाने का सौभाग्य इसी विद्यालय के छात्रों को दशकों से प्राप्त है। इसके बावजूद कुछ कथित सेकुलर तत्व इस परंपरा का विरोध करते रहे हैं।
इनका कहना है कि यह बालकों का उत्पीड़न है। लेकिन इस विद्यालय के छात्रों ने उन्हें इस तथ्य से अवगत कराया कि अरुणाचलेश्वर (शिव) मंदिर प्रबंधन और विद्यालय के प्रबंधन के बीच यह दशकों पुरानी संधि है। अन्य लोगों ने भी छात्रों का समर्थन किया। इसके बाद छात्रों ने यह यात्रा निकाली।
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