ड्रैगन गुपचुप निगल रहा भूटान की जमीन! उपग्रह चित्रों से हुआ खुलासा
May 8, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम विश्व

ड्रैगन गुपचुप निगल रहा भूटान की जमीन! उपग्रह चित्रों से हुआ खुलासा

सामरिक रूप से महत्वपूर्ण जकारलुंग वैली के ताजा उपग्रह चित्र वहां नई बन रही चीन की बस्ती दिखाते हैं। पता चला है कि चीन ने उस इलाके में सड़कों का एक संजाल भी खड़ा कर लिया है

by WEB DESK
Dec 2, 2023, 02:30 pm IST
in विश्व
उपग्रह चित्र में दिख रहा है चीन द्वारा भूटान सीमा पर बनाया गया करीब 124 लोगों का गांव

उपग्रह चित्र में दिख रहा है चीन द्वारा भूटान सीमा पर बनाया गया करीब 124 लोगों का गांव

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

विस्तारवादी चीन की पड़ोसी देशों की जमीन कब्जाने की भूख बढ़ती जा रही है। तिब्बत, नेपाल, भारत के बाद अब उसकी नजर भूटान को अधिक से अधिक निगल जाने की है। इस संबंध में सामने आई ताजा जानकारी चौंकाने वाली है। पता चला है कि कम्युनिस्ट ड्रैगन ने भूटान के कई इलाके कब्जाए हुए हैं जिनको लेकर जल्दी ही उसकी भूटान के साथ वार्ता और करार होने की उम्मीद है। लेकिन वह जब होगा तब होगा, उसके बीच भी चीन के शिकंजे भूटान के और ज्यादा इलाके को दबोचे जा रहे हैं।

भूटान के साथ चीन की सीमा विवाद पर बातचीत होने की संभावनाओं के बीच भी उसके उस देश की काफी जमीन पर दावा ठोक दिया है और इन इलाकों पर कब्जा जमा कर बैठ गया है। यह हैरतअंगेज खुलासा ब्रिटेन के थिंक टैंक चैथम हाउस ने किया है। अध्ययन के आधार पर उसका कहना है कि बीजिंग की चाल कामयाब होती दिख रही है। भूटान के साथ होने वाले करार में शायद चीन की कब्जाई जमीन पर उसी का हक माना जाए।

File Photo

ब्रिटिश थिंक टैंक चैथम हाउस का कहना है कि हिमालयी देश की राजधानी थिम्पू तथा बीजिंग के मध्य सीमा को लेकर कोई भी समझौता हो या द्विपक्षीय कूटनीति संबंध, पड़ोसी भारत को उस पर गंभीर नजर रखनी होगी क्योंकि ये विषय उसकी चिंताओं में से एक है।

जाने—माने थिंक टैंक चैथम हाउस या कहें रॉयल इंस्टीट्यूट ऑफ इंटरनेशनल अफेयर्स का कहना है कि उसने उपग्रहों चित्रों से पता लगाया है कि सितंबर की परिस्थिति के अनुसार, चीन ने हिमालय की गोद में बसे उस छोटे से देश, भूटान की जमीन कब्जाने का सिलसिला चलाए रखा है। उस देश के साथ सीमा विवाद पर हो रही वार्ता के मध्य भी उसने अपने विस्तारवादी मंसूबों को विराम नहीं दिया है। संभावना है कि चीन और भूटान में जल्दी ही सीमा को लेकर कोई करार अमल में आ सकता है।

संभावना यह भी है कि भूटान के एक कोने में स्थित जकारलुंग वैली में बेयुल खेनपाजोंग इलाके के एक हिस्से में चीन की जो नई निगरानी चौकियां बनी हैं, वे वहीं बनी रहें। विशेषज्ञों का यह भी मानना है कि संभवत: छोटा सा देश भूटान जकारलुंग तथा पड़ोस की मेनचुमा घाटी में चीन की कब्जाई जमीन उसी के हवाले कर दे और कुछ रियायत ले ले।

Representational Image

उल्लेखनीय है कि गत अक्तूबर महीने में भूटान के विदेश मंत्री टांडी दोरजी इसी सिलसिले में बीजिंग गए थे। वे चीन जाने वाले भूटान के पहले विदेश मंत्री बन गए हैं। बीजिंग में दोरजी ने चीन के उपराष्ट्रपति हान झेंग से भेंट की थी। सीमा पर बातचीत को दोरजी ने एक ‘ऐतिहासिक मौका’ बताया था। अक्तूबर में ही भूटान के प्रधानमंत्री लोटे शेरिंग ने मीडिया में एक साक्षात्कार में यह कहा कि उन्हें उम्मीद है सीमा पर एक रेखा खिंच जाएगी। यह रेखा भूटान और चीन के भूभाग को स्पष्ट कर देगी।

लगता तो है कि दोरजी और शेरिंग चीन की शैतानी मंशाओं और डोकलाम में उसकी हिमाकत के बारे में बखूबी जानते हैं और उसके साथ उसी के अनुसार व्यवहार करेंगे। कारण यह भी है कि भूटान में कुछ समय बात चुनाव होने वाले हैं और उनमें यह सीमा का मुद्दा प्रमुखता से छाया रहेगा। इसलिए दोनों को उस ‘रियायत’ को लेकर बहुत सावधान रहना होगा जिससे उनकी संप्रभुता पर आंच न आने पाए।

उधर ब्रिटिश थिंक टैंक चैथम हाउस का कहना है कि हिमालयी देश की राजधानी थिम्पू तथा बीजिंग के मध्य सीमा को लेकर कोई भी समझौता हो या द्विपक्षीय कूटनीति संबंध, पड़ोसी भारत को उस पर गंभीर नजर रखनी होगी क्योंकि ये विषय उसकी चिंताओं में से एक है।

दरअसल भूटान भारत और चीन के बीच एक ‘बफर जोन’ जैसा रहा है। सामरिक रूप से महत्वपूर्ण जकारलुंग वैली के ताजा उपग्रह चित्र वहां नई बन रही चीन की बस्ती दिखाते हैं। चित्रों से ही पता चला है कि चीन ने उस इलाके में सड़कों का एक संजाल भी खड़ा कर लिया है। विशेषज्ञों का मानना है कि ये दोनों ही गतिविधियां भारत के ध्यान में हैं।

चीन-भूटान सीमा के जानकारों को मानना है कि चीनी उस इलाके में नए निर्माणों पर काफी पैसा झोंक रहे हैं। वहां मेनचुमा वैली में भी चीन ने कई इमारतें खड़ी कर ली हैं। यह वही मेनचुमा वैली है जो साल 2021 में कुछ वक्त के लिए चीन के शिकंजे में थी। लेकिन फिर इस पर द्विपक्षीय चर्चा हुई। इस इलाके में फिलहाल दोनों ही देशों की फौजें मोर्चे संभाले हुए हैं।

Topics: disputeexpansionintrusionthimphubeijingchianborderdoklamIndiabhutanagreementसीमाxiभारतभूटान चीन
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

भारत के एनएसए अजीत डोवल

Operation Sindoor: NSA Doval ने जिन्ना के देश के एनएसए से कहा-भारत तनाव नहीं चाहता, लेकिन हिमाकत की तो कड़ा जवाब मिलेगा

आतंकी मसूद  (File Photo)

Operation Sindoor: ‘अच्छा होता मैं भी मारा जाता’, कुख्यात जैश सरगना आतंकी मसूद ने आपरेशन सिंदूर के बाद जताई इच्छा

भारत द्वारा सीमा रेखा के उस पार चल रहे तीन मुख्य आतंकी अड्डों और उनसे जुड़े ढांचे को पैनी चोट करके ध्वस्त किया गया

आंसू बहा रहा जिन्ना के देश का मीडिया, फौज कर रही दुष्प्रचार

इटली के वित्त मंत्री जियानकार्लो जियोर्जेटी के साथ निर्मला सीमारमण

भारत ने कसा जिन्ना के कंगाल देश पर शिकंजा, अब फंडिंग लेने में छठी का दूध याद आएगा जिहादियों के रखवाले को

टोरंटो में खालिस्तानी समर्थकों द्वारा निकाली गई परेड

चुनाव में पिटे खालिस्तानियों ने निकाली हिन्दू विरोधी रैली, 8 लाख हिन्दुओं को देश से बाहर करने की मांग की

नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री, भारत

पाकिस्तान नहीं भूलेगा यह मार: भारत के 244 जिलों में कल नागरिक सुरक्षा पूर्वाभ्यास, देंगे मुंहतोड़ जवाब

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

S jaishankar

उकसावे पर दिया जाएगा ‘कड़ा जबाव’ : विश्व नेताओं से विदेश मंत्री की बातचीत जारी, कहा- आतंकवाद पर समझौता नहीं

पाकिस्तान को भारत का मुंहतोड़ जवाब : हवा में ही मार गिराए लड़ाकू विमान, AWACS को भी किया ढेर

पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर से लेकर राजस्थान तक दागी मिसाइलें, नागरिक क्षेत्रों पर भी किया हमला, भारत ने किया नाकाम

‘ऑपरेशन सिंदूर’ से तिलमिलाए पाकिस्तानी कलाकार : शब्दों से बहा रहे आतंकियों के लिए आंसू, हानिया-माहिरा-फवाद हुए बेनकाब

राफेल पर मजाक उड़ाना पड़ा भारी : सेना का मजाक उड़ाने पर कांग्रेस नेता अजय राय FIR

घुसपैठ और कन्वर्जन के विरोध में लोगों के साथ सड़क पर उतरे चंपई सोरेन

घर वापसी का जोर, चर्च कमजोर

‘आतंकी जनाजों में लहराते झंडे सब कुछ कह जाते हैं’ : पाकिस्तान फिर बेनकाब, भारत ने सबूत सहित बताया आतंकी गठजोड़ का सच

पाकिस्तान पर भारत की डिजिटल स्ट्राइक : ओटीटी पर पाकिस्तानी फिल्में और वेब सीरीज बैन, नहीं दिखेगा आतंकी देश का कंटेंट

Brahmos Airospace Indian navy

अब लखनऊ ने निकलेगी ‘ब्रह्मोस’ मिसाइल : 300 करोड़ की लागत से बनी यूनिट तैयार, सैन्य ताकत के लिए 11 मई अहम दिन

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ

पाकिस्तान की आतंकी साजिशें : कश्मीर से काबुल, मॉस्को से लंदन और उससे भी आगे तक

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies