राजधानी पटना में दिनदहाड़े कुछ मुसलमानों ने एक हिंदू परिवार को बुरी तरह पीटा। पटक कर एक बच्ची का तोड़ा हाथ। कहा जा रहा है कि ये लोग उस परिवार के घर पर कब्जा करना चाहते हैं।
बिहार सरकार पूरी तरह मुस्लिम तुष्टीकरण में लगी है। इस कारण राज्य में जिहादी तत्वों का दुस्साहस बढ़ता जा रहा है। एक ऐसा ही मामला राजधानी पटना में सामने आया है। मामला पटना के पीरबहोर थाने के अंतर्गत आने वाले बाकरगंज का है। एक खबर के अनुसार बाकरगंज की बजाजा गली स्थित रीना देवी के मकान पर राजू मियां, राजन मियां, अरमान मियां और उनके गुर्गों ने अस्त्र-शस्त्र के साथ हमला किया।
थाना प्रभारी को दिए गए आवेदन में रीना देवी ने बताया है कि 29 नवंबर को दिन के 1 बजे राजू मियां, अब्बा समसु मियां, इसके भाई चांद मियां के अलावा राजन मियां, अब्बा कमरू मियां, आमिर मियां और अरमान मियां 20-25 अज्ञात अपराधियों के साथ अस्त्र-शस्त्र से लैश होकर जबरदस्ती इनके घर में घुस गए। इन लोगों ने रीना देवी के पति विनोद कुमार, जेठानी सविता देवी और उनके पति मनोज कुमार के साथ मार-पीट की। मनोज कुमार को पिस्तौल के बट से मारा गया। राजू मियां ने रीना देवी का साड़ी-ब्लाउज फाड़ दिया। जिहादियों ने मार-पीट के क्रम में छह माह की एक छोटी बच्ची को भी पलंग से उठाकर जमीन पर पटक दिया, जिससे उसका एक हाथ टूट गया। इसके साथ ही जिहादी रीना देवी के कमरे से 20,000 रु. और 1,00,000 रु. के सोने के गहने भी ले गए। इसी प्रकार सविता देवी के कमरे से भी 20,000 रु. और 2,00,000 रु. के गहने लूट लिए गए। जब इस घटना का वीडियो बनाने का प्रयास किया गया तो जिहादियों ने मोबाइल छीन लिया। इसी बीच किसी ने पुलिस को सूचना दी और इसके बाद जिहादी तत्व वहां से भाग गए। घटना के बाद जब रीना देवी पीरबहोर थाने पहुंचीं तब उन पर समझौता करने को कहा गया एवं केस वापस लेने का दबाव बनाया गया।
वास्तव में जिहादियों की नजर रीना देवी के मकान पर है, जो 8 धुर जमीन पर बना है। यह मकान इनके ससुर का था, लेकिन इनका एक रिश्तेदार इस मकान पर जाली कागज के आधार पर दावा कर रहा है। यह भी कहा जा रहा है कि रीना का रिश्तेदार जिहादियों के इशारे पर चल रहा है। इस जमीन के मालिकाना हक को लेकर न्यायालय में एक मामला भी चल रहा है। इसके बावजूद जिहादी तत्व इस मकान पर कब्जा करना चाह रहे हैं।
पता चला है कि पीरबहोर थाने के अंतर्गत आने वाले कई मुहल्लों से हिंदू पलायन कर रहे हैं। बिरला मंदिर के आस-पास की सभी जमीन जिहादियों के कब्जे में जा चुकी है। कारण वही है जमीन जिहाद। जिहादी तत्व किसी हिंदू के मकान पर कब्जा करने के लिए उसके किसी रिश्तेदार से ही झगड़ा करवाते हैं और फिर उसके जरिए उस मकान पर कब्जा कर लेते हैं। लोगों का कहना है कि रीना देवी के साथ जो हो रहा है, उसके पीछे भी जमीन जिहाद ही है।
बाकरगंज की बजाजा गली और नया टोला की एक गली पर जिहादियों का कब्जा हो गया है। पीरबहोर थाना के सब्जीबाग इलाके को ड्रग्स और अवैध कारोबारों का केन्द्र माना जाता है। सीएए को लेकर यहां लगातार हंगामा हुआ था। ड्रग्स माफिया द्वारा एक पुलिसकर्मी को बुरी तरह पीटा गया था। वह पुलिसकर्मी इलाके से ड्रग्स कारोबार समाप्त करना चाहता था। ड्रग्स कारोबार तो नहीं रुका लेकिन, उस पुलिसकर्मी का तबादला अन्यत्र कर दिया गया। पीरबहोर थानान्तर्गत ही अशोक राजपथ एवं उसके आस-पास का एक बड़ा हिस्सा आता है। लालबाग के गुंडों द्वारा ‘आक्सफोर्ड आफ द ईस्ट’ कहे जाने वाले पटना विश्वविद्यालय में अक्सर हंगामा किया जाता है। उत्तर भारत का लोकप्रिय पटना काॅलेज लालबाग के गुंडों से त्रस्त है, लेकिन इन पर कोई कार्रवाई नहीं होती है। लोगों का मानना है कि ऐसे तत्वों को सरकारी संरक्षण मिलता है। इसके लिए लोग एक बात बार—बार कहते हैं कि पिछले 35 वर्ष से पीरबहोर थाने के प्रभारी प्रायः मुस्लिम ही होते हैं। यह संयोग है या प्रयोग, इसे आप खुद ही तय करें।
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