Karnataka News: आज के समय में मोबाइल हमारी जिंदगी का एक बहुत ही अहम हिस्सा बन गया है, एक तरह से इसके बिना हम अपने जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकते हैं। अगर देखा जाए तो मोबाइल ने हमारी जिंदगी को बहुत आसान बना दिया है, इसके जरिए हम कई काम घर बैठे मिनटों में कर सकते हैं लेकिन वहीं यह कई बार हमारे लिए परेशानी भी खड़ी कर देता है। आज के समय में बच्चों से लेकर बड़ों तक हर कोई मोबाइल की लत का शिकार हो गया है। खासकर बच्चे अपना ज्यादातर समय मोबाइल पर बिता रहे हैं। ऐसे कई मामले सामने आए हैं जिनमें मोबाइल फोन इस्तेमाल करने से रोकने पर बच्चे गलत कदम उठा लेते हैं। जो बहुत गलत है।
इसी बीच कर्नाटक के मैसूर से बन्नीमंतप इलाके से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक पिता ने अपने बेटे के ज्यादा फोन इस्तेमाल से परेशान होकर चाकू से गोदकर उसकी हत्या कर दी। मृतक की पहचान 22 वर्षीय उमैज के रूप में कर ली गई है, पुलिस ने मृतक के पिता असलम पाशा (51) को गिरफ्तार कर लिया है। इस घटना से पूरे इलाके में सनसनी मच गई है।
मोबाइल फोन का था आदी
पुलिस के अनुसार, मृतक उमैज मोबाइल फोन चलाने का आदी था और अक्सर अपने पिता से झगड़ा करता था। बुधवार को पिता-पुत्र के बीच मोबाइल फोन के ज्यादा इस्तेमाल को लेकर विवाद हो गया और विवाद इतना बढ़ गया कि पिता ने गुस्से में आकर चाकू उठा लिया और अपने बेटे पर हमला कर दिया।
पिता खुद ले गया अस्पताल
घटना के बाद वह खुद अपने बेटे उमैज को खुद अस्पताल ले गए लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। पुलिस ने कहा कि पीड़ित सैयद उवैस मोबाइल फोन और शराब का आदी था और अक्सर अपने माता-पिता से झगड़ा करता था।
मां निकली थीं मक्का के लिए
उवैज की मां इशरत सलमा एक कन्नड़ शिक्षिका हैं। उन्होंने अपने बेटे की हत्या के मामले में एफआईआर दर्ज करायी है। उन्होंने कहा कि वह सऊदी अरब में मक्का के लिए 28 नवंबर को रात 11.45 बजे बेंगलुरु जाने वाली बस में चढ़ी थी। उवैज, उसके भाई और असलम ने उसे हवाई अड्डे पर छोड़ा था।
गुरुवार की सुबह करीब 6 बजे, जब सलमा रास्ते में ही थी, तभी उसके पति का फोन आया और उसने बताया कि क्या हुआ और यह सुनते ही वह फिर वह मैसूर लौट आई। पुलिस ने असलम को सरेंडर करने के बाद कोर्ट में पेश किया। एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि उवैस दंपति का सबसे बड़ा बेटा था और उसने अपना डिप्लोमा पूरा कर लिया था।
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