अयोध्या के भव्य मंदिर में रामलला विराजमान होने वाले हैं। मंदिर का निर्माण कार्य भी तेजी से चल रहा है। प्राण प्रतिष्ठा समारोह में अतिथियों को अयोध्या आने के लिए आमंत्रण भी भेजा जा रहा है। वहीं, भक्तों के हृदय में भी श्रद्धा हिलोर ले रही है। जोधुपर के पास बनाड़ में महर्षि संदीपन राम धाम गौशाला में नौ वर्षों में देशी गायों का शुद्ध 600 किलो देशी घी तैयार किया गया है। इस देशी घी से श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में अखंड ज्योति जलेगी। यह घी कार्तिक पूर्णिमा के दिन जोधपुर से भेज दिया गया है।
गौशाला में तैयार किए गए इस देशी घी से श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में अखंड ज्योति जलेगी। रामलला की प्रथम आरती होगी। हवन में आहुतियां डाली जाएंगी। यह घी ट्रेन, बस या कार से नहीं, बल्कि बैलों द्वारा संचालित पांच सुसज्जित रथों से अयोध्या जा रहा है।
गौशाला के संचालक महर्षि संदीपन महाराज के नेतृत्व में 1100 से अधिक किलोमीटर की यह दूरी 21 दिनों में पूरी होगी। रथों में 108 शिवलिंग भी अयोध्या ले जाए जा रहे हैं। रास्ते में विभिन्न स्थानों पर गांवों में इनका दर्शन-पूजन हो रहा है। यह राम धाम गौ घृत यात्रा आज जयपुर पहुंच रही है। गत 9 वर्षों से इन गायों को बाहरी खाद्य पदार्थों से दूर रखा गया है।
अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह के साक्षी बनेंगे 14 देशों के कलाकार
श्रीराम जन्मभूमि पर रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर 22 जनवरी 2024 को रामलीला कमेटी ‘अयोध्या की रामलीला’ ने रामलीला मंचन की विशेष तैयारी की है। 17 से 22 जनवरी तक होने वाले इस आयोजन में 14 से अधिक देशों के कलाकार शिरकत करेंगे। ऐसा पहली बार हो रहा है कि किसी भी रामलीला में इतनी बड़ी संख्या में विदेशी कलाकार शामिल होंगे।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और विदेशी मेहमानों की मौजूदगी में 22 जनवरी को श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होनी है। इसे समारोह पूर्वक मनाये जाने की तैयारी है। प्राण प्रतिष्ठा समारोह को और खास बनाने के लिए ब्रिटेन, संयुक्त अरब अमीरात, रूस, मलेशिया, अमेरिका, इजरायल, अफगानिस्तान, जापान, चीन, जर्मनी, थाईलैंड, बांग्लादेश, इंडोनेशिया जैसे देशों के कलाकार अयोध्या आने वाले हैं। इन विदेशी कलाकारों के ठहरने का इंतजाम लखनऊ में रहेगा।
अयोध्या की रामलीला विश्व की सबसे बड़ी रामलीला है। इसको कोरोना काल में शुरू किया गया था। वर्ष 2020 से ही श्रीराम जन्मभूमि में इनके द्वारा हर वर्ष रामलीला का मंचन किया जा रहा है।
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