केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह बिहार में बढ़ते इस्लामिक कट्टरपंथ और इससे वहां की डेमोग्राफी में आए बदलाव को लेकर नीतीश कुमार सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि बिहार में अवैध मस्जिदों और मदरसों की बाढ़ आ गई है। बिहार की सीमा बांग्लादेश और नेपाल से लगती है और वहां इसकी संख्या काफी बढ़ गई है।
केंद्रीय मंत्री ने इसे देश की सुरक्षा के लिहाज से चिंताजनक करार दिया है। उन्होंने कहा कि नेपाल से लगती भारत की सीमा पर कट्टरपंथी इस्लामिक संगठन पापुलर फ्रंट ऑफ इंडिया काफी एक्टिव हो गया है। गिरिराज सिंह ने अवैध मदरसों को बंद करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि बिहार बांग्लादेश और नेपाल से अपनी सीमाएं साझा करता है। इन सीमाओं पर मुस्लिमों की तादात लगातार बढ़ती जा रही है। इन सीमाओं पर मियां भाइयों के बढ़ने से न केवल बिहार बल्कि पूरे देश की सुरक्षा के लिए खतरा उत्पन्न हो गया है।
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बिहार में मुस्लिमों की आबादी 28 प्रतिशत हो चुकी है। नेपाल से सटी सीमा पर अवैध मदरसों की बाढ़ सी है। इन्हें तुरंत बंद कर सभी लीगल मदरसों में विज्ञान की पढ़ाई को शुरू किया जाना चाहिए। केंद्रीय मंत्री ने प्रदेश के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा, “नीतीश कुमार जी वोट की लालच में आपने बहुत अति कर ली है। अब बहुत हो चुका है। अब राज्य और देश पर इसके कारण मंडरा रहे खतरों पर भी विचार कीजिए।”
उन्होंने चेताया कि नीतीश कुमार अगर अब ऐसा नहीं करते हैं तो इस साल के अंत तक बिहार के लोगों का धन और धर्म दोनों ही खतरे में पड़ने वाला है। अगर ऐसा होता है तो इसके लिए आप (नीतीश) और लालू यादव दोषी होंगे। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि नीतीश कुमार तुष्टिकरण की नींद से जाग जाओ।
क्यों पीएफआई है बड़ा खतरा
बिहार में इस्लामिस्टों के कारण वहां पर आए डेमोग्राफिक चेंज को पीएफआई की एक्टिवनेस से जोड़कर देखने की आवश्यकता है। आपको याद होगा कि इसी साल पीएफआई के खिलाफ बिहार में एनआईए ने एक्शन लिया था। जहां, से एनआईए को कुछ दस्तावेज मिले थे, जिनमें इस्लामिक कट्टरपंथी संगठन के 2045 के प्लान का खुलासा हुआ था। पता चला था कि पीएफआई 2045 तक पूरे भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाने के मिशन पर काम कर रहा है।
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