यू.के. में भारत के उच्चायुक्त ने आतंकवाद को लेकर एक गजब का बयान दिया है। उन्होंने भारत में आतंकवाद के प्रतिकार के संदर्भ में कहा कि देश ने आतंकवाद जैसे बेरहम कृत्य को लेकर हमेशा से यही नजरिया रखा, आज भी है और आगे भी यही रहेगा कि ‘कभी न भूलो, कभी न माफ करो, आगे कभी न हो’।
भारत के उच्चायुक्त विक्रम दोराईस्वामी ने यह बात 26/11 के मुंबई आतंकी हमले की 15वीं बरसी पर हमले में जान गंवाने वालों की याद में सम्पन्न हुए एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही। लंदन स्थित भारतीय उच्चायोग ने यह कार्यक्रम लंदन के इंडिया हाउस में गांधी सभागार में आयोजित किया था।
उच्चायुक्त ने उल्लेख किया कि भारत सरकार ने गत अनेक वर्षों के दौरान यह सुनिश्चित करने का भरसक प्रयास किया है कि ‘फिर कभी नहीं होने देना’ को एक नीति के तौर पर लिया जाए और इसी नाते इस पर काम किया जाए। भारतीय उच्चायोग ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर भी मुम्बई हमलों में जान गंवाने वाले लोगों के प्रति अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
उच्चायुक्त दोराईस्वामी का कहना था कि भारत आतंकवाद को लंबे समय से झेलता आ रहा है। इसलिए हमारा तो यह तय नजरिया है कि आतंकवाद जैसे निर्मम कृत्य को न कभी भूलना चाहिए, न कभी माफ करना चाहिए, न कभी आगे ऐसा होने देना चाहिए।
उच्चायुक्त ने उल्लेख किया कि भारत सरकार ने गत अनेक वर्षों के दौरान यह सुनिश्चित करने का भरसक प्रयास किया है कि ‘फिर कभी नहीं होने देना’ को एक नीति के तौर पर लिया जाए और इसी नाते इस पर काम किया जाए। भारतीय उच्चायोग ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर भी मुम्बई हमलों में जान गंवाने वाले लोगों के प्रति अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
इंडिया हाउस में आयोजित श्रद्धांजलि कार्यक्रम में मौजूद लोगों ने 26/11 के मुंबई आतंकी हमले में मारे गए 166 लोगों के प्रति अपने श्रद्धासुमन अर्पित किए। कार्यक्रम में ब्रिटेन के अनेक सांसद, राजनीतिक नेता और सामाजिक विभूतियां उपस्थित थीं। हर वक्ता ने आतंकवाद के राक्षस पर भरसक प्रहार करने और इसे किसी भी सूरत में न सहने की बात की। उन्होंने भारत सरकार की आतंकवाद के प्रति अपनाई गई सख्त नीति को समय की आवश्यकता बताया।
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