कतर में इस्राएल की गुप्तचर एजेंसी मोसाद के प्रमुख तथा अमेरिका की गुप्तचर संस्था सीआईए के निदेशक की बातचीत हुई। स्वाभाविक था कि इसमें कतर की मध्यस्थता में इस्राएल और आतंकी संगठन हमास के बीच चल रहे युद्धविराम को लेकर कोई बड़ा फैसला होता। अब जो खबर आ रही है उसके अनुसार, दोनों ने कतर के अधिकारियों की उपस्थिति में बंधकों और कैदियों की अदला-बदली में पुरुष तथा सैन्यकर्मी भी शामिल किए जाएं।
अमेरिका और कतर के कथित दबाव और प्रयासों की वजह से इस्राएल और हमास के बीच गत एक माह से अधिक समय से जारी संघर्ष में पिछले पांच दिनों से विराम देखने को मिल रहा है। इस बीच कुछ अड़चनों के बाद, कैदियों और बंधकों की अदला—बदली हुई है। कतर में हुई ताजा बातचीत में, पता चला है कि अमेरिकी गुप्तचर संस्था सीआईए के निदेशक विलियम जे. बर्न्स का ज्यादा जोर इस बात पर रहा कि बंधक पुरुषों के साथ ही, हमास द्वारा बंधक बनाए गए अमेरिकियों को फौरन रिहा कराया जाए।
अमेरिकी गुप्तचरी प्रमुख बर्न्स ने इस्राएल के गुप्तचरी प्रमुख के साथ ही कतर के प्रधानमंत्री से भी इस मसले पर लंबी बात की, जो प्रमुख रूप से हमास की जकड़ में फंसे पुरुषों तथा सेना के कर्मियों को भी छोड़ने के आसपास रही।
इस्राएल की सेना का कहना है कि युद्ध समाप्त नहीं हुआ है और विराम खत्म होने के अगले ही पल से उसी मारकता के साथ आगे जारी रहेगा। इस्राएल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू का भी बयान आया है कि यह युद्ध अब अंजाम तक पहुंचे बिना खत्म नहीं होगा और अंजाम बस एक है, आतंकवादी संगठन हमास का पूरी तरह सफाया।
कतर की मध्यस्थता में इस्राएल और हमास के बीच चल रहे युद्धविराम के दौरान रोजाना कम से कम 10 लोगों को रिहा करना तय हुआ है। इस कारण बर्न्स का जोर इस युद्धविराम को और लंबा खींचने को लेकर रहा। हालांकि कतर के प्रधानमंत्री और मोसाद प्रमुख ने इस पर क्या कहा और यह मुद्दा सिरे चढ़ा कि नहीं, इस पर फिलहाल असमंजस बना हुआ है।
बर्न्स जिन अमेरिकियों की रिहाई के लिए प्रयासरत हैं उनकी संख्या आठ या नौ बताई जा रही है। ये फिलहाल हमास के बंधक हैं। हमास ने इस युद्धविराम में पहले ही दिन इस्राएल के बच्चों और महिलाओं के साथ 12 थाई बंधकों को भी रिहा किया था। इसलिए सीआईए प्रमुख बर्न्स की कवायद अमेरिकी बंधकों की रिहाई पर ज्यादा केन्द्रित है। बताते हैं, बर्न्स का पश्चिम एशियाई देशों में काफी संपर्क है। शायद इस वजह से भी अमेरिकी सरकार ने उन्हें इस काम के लिए आगे रखा हुआ है।
इस्राएल की गुप्तचर एजेंसी मोसाद के प्रमुख डेविड बार्निया के भी इस क्षेत्र में काफी संपर्क हैं। इस कारण इस्राएल की कोशिश है कि बार्निया कतर के साथ निकटता से इस पूरे मुद्दे पर बात करें ताकि हमास के पर कतरने की इस्राएल की कथित निर्णायक मुहिम का आगे का हिस्सा स्पष्ट हो सके। इस्राएल जानता है कि अमेरिका और कतर का भी पूरा जोर इस युद्धविराम को लंबा खींचने पर है।
लेकिन दूसरी तरफ इस्राएल की सेना का कहना है कि युद्ध समाप्त नहीं हुआ है और विराम खत्म होने के अगले ही पल से उसी मारकता के साथ आगे जारी रहेगा। इस्राएल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू का भी बयान आया है कि यह युद्ध अब अंजाम तक पहुंचे बिना खत्म नहीं होगा और अंजाम बस एक है, आतंकवादी संगठन हमास का पूरी तरह सफाया।
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