बिहार: यूं हो रहा शिक्षा का इस्लामीकरण!
May 9, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम विश्लेषण

बिहार: यूं हो रहा शिक्षा का इस्लामीकरण!

बिहार बोर्ड में कक्षा 9 की संस्कृत की पुस्तक में मुस्लिमों के पर्व ‘ईद’ के बारे में पढ़ाया जा रहा है। इसी तरह, 9वीं और 10वीं कक्षा में इसी विषय में मुस्लिम पात्रों के नाम ठूंस दिए गए हैं।

by संजीव कुमार
Nov 28, 2023, 09:30 am IST
in विश्लेषण, बिहार
बिहार बोर्ड की 9वीं व 10वीं कक्षा की संस्कृत पुस्तक में पढ़ाए जाने वाले पाठ के अंश

बिहार बोर्ड की 9वीं व 10वीं कक्षा की संस्कृत पुस्तक में पढ़ाए जाने वाले पाठ के अंश

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

बिहार बोर्ड की 9वीं व 10वीं कक्षा की संस्कृत की पाठ्यपुस्तक में मुस्लिम पर्व, मुस्लिम चरित्रों को जबरन ठूंस दिया गया है। इसी तरह, हिंदी से प्रेमचंद को हटा दिया गया है तथा नीतीश कुमार व सोनिया गांधी पर निबंध पढ़ाए जा रहे हैं

बिहार की सेक्युलर सरकार का हिंदू विरोधी रवैया एक बार फिर सामने आया है। बिहार बोर्ड में कक्षा 9 की संस्कृत की पुस्तक में मुस्लिमों के पर्व ‘ईद’ के बारे में पढ़ाया जा रहा है। इसी तरह, 9वीं और 10वीं कक्षा में इसी विषय में मुस्लिम पात्रों के नाम ठूंस दिए गए हैं। मतलब यह कि हिंदू विद्यार्थियों को इस्लामी पर्व के बारे में पढ़ाया जा रहा है, उन्हें उर्दू के शब्द सिखाए जा रहे हैं, जबकि उर्दू में हिंदू त्योहारों के बारे में एक शब्द भी नहीं है। हिंदी का पाठ्यक्रम तो अपने आप में विचित्र है। 9वीं और 10वीं कक्षा के हिंदी के पाठ्यक्रम में प्रेमचंद की एक भी रचना शामिल नहीं की गई है। इसकी जगह बच्चों को श्रम विभाजन और जातिवाद का मतलब पढ़ाया जा रहा है। 10वीं के विद्यार्थियों को ‘नौबतखाने में इबादत’, जबकि 9वीं में नीतीश कुमार व सोनिया गांधी पर निबंध पढ़ाए जा रहे हैं। बिहार सरकार की नजर में साम्प्रदायिक सद्भावना सबसे बड़ी समस्या है। इसलिए 9वीं और 10वीं कक्षा में साम्प्रदायिक सद्भावना पर लेख पढ़ाया जा रहा है। 9वीं में महंगाई की मार विषय पर भी लेख है।

अक्तूबर माह में 9वीं कक्षा में मासिक परीक्षा में जब ईद से संबंधित पूछे गए, तब संस्कृत के इस्लामीकरण का खुलासा हुआ। संस्कृत की परीक्षा में ईद से जुड़े 10 प्रश्न पूछे गए-
1. इफ्तार क्या होता है?
2. रोजा किस समय खोला जाता है, क्या देख कर खोल जाता है?
3. फितरा किसे कहते हैं?
4. ईद में क्या-क्या पकवान बनते हैं?
5. ईद कैसा पर्व है?
6. जकात किसे कहा जाता है?
7. मुसलमान का सर्वोत्तम पर्व कौन सा है?
8. ईद में कौन सा पकवान प्रसिद्ध है?
9. ईद में क्या-क्या होता है?
10. ईद पर्व क्या संदेश देता है?

दरअसल, के.के. पाठक ने जब से शिक्षा विभाग में अपर मुख्य सचिव का पद संभाला है, तब से वह नए-नए ‘प्रयोग’ कर रहे हैं। इसी कड़ी में उन्होंने आदेश दिया था कि बिहार के सरकारी स्कूल में पढ़ रहे बच्चों को अब हर महीने परीक्षा देनी होगी। इसी आदेश के तहत 26 अक्तूबर को 9वीं कक्षा की संस्कृत की परीक्षा हुई थी। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने नीतीश सरकार की मंशा पर सवाल उठाते हुए कहा है कि सरकार शिक्षा का इस्लामीकरण कर रही है।

उन्होंने संस्कृत की परीक्षा में पूछे गए प्रश्नों को गजवा-ए-हिंद का नमूना बताया और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तंज कसा कि अब सरकार कहीं यह आदेश न पारित कर दे कि सभी हिंदुओं को शुक्रवार को नमाज पढ़नी होगी। लगे हाथ उन्होंने सरकार से यह मांग भी कर दी कि ऐसे विषयों को पाठ्यक्रम से हटा दिया जाए। गिरिराज सिंह की इस आपत्ति के बाद बिहार में सियासत गरमा गई। उनके बयान पर जदयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि सवाल क्या पूछे गए और क्यों पूछे गए, यह तो मुझे मालूम नही है। लेकिन जो भाजपा नेता महागठबंधन की सरकार पर आरोप लगा रहे हैं, वह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बारे में कुछ क्यों नहीं बोलते?

भारत में ईद कहीं भी महोत्सव के तौर पर नहीं मनाई जाती है। इसी प्रकार, 10वीं कक्षा में संस्कृत के 14वें अध्याय ‘शास्त्रकारा:’ में भी शिक्षक व विद्यार्थियों का वार्तालाप है, जिसमें एक मुस्लिम नाम है। राज्य सरकार ने सेक्युलर दिखने के लिए इसमें कमाल और रहीम का चरित्र जबरन डलवाया है। इसके विपरीत उर्दू के पाठ्यक्रम में कहीं भी हिंदू पर्वों का उल्लेख नहीं है। मुस्लिम बच्चों को न तो 9वीं कक्षा में और न ही 10वीं कक्षा में हिंदू पर्वों के बारे में पढ़ाया जा रहा है। 

गिरिराज सिंह के बयान के बाद संस्कृत शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष भोला यादव ने कहा कि परीक्षा में पूछे गए सवाल पाठ्यक्रम के अनुरूप ही हैं। उन्होंने यह भी कहा कि निर्धारित पाठ्यक्रम के माध्यम से बच्चों को सभी पंथों की शिक्षा दी जाती है। जो लोग सवाल उठा रहे हैं, वे भारत का संविधान नहीं, बल्कि मनुवाद का संविधान मानते हैं। वास्तव में यह मासिक परीक्षा थी। पूरे पाठ्यक्रम को समान हिस्सों में बांटकर परीक्षा ली जाती है। अक्तूबर के पाठ्यक्रम में ईद का अध्याय था। उन्होंने कहा कि बहुत से मुस्लिम बच्चे भी संस्कृत बोर्ड से परीक्षा दे रहे हैं। सिलेबस में पहले से ही यह विषय शामिल है। यह नया नहीं जोड़ा गया है।

महत्वपूर्ण बात यह है कि संस्कृत में इस्लाम का घालमेल केवल एक अध्याय तक सीमित नहीं है। 9वीं और 10वीं में संस्कृत में ही कई अध्याय हैं, जिसमें मुस्लिम नाम वाले चरित्र को वार्तालाप में शामिल किया गया है। 9वीं में संस्कृत के पांचवें अध्याय ‘संस्कृतस्य महिमा’ में कमाल और रहीम को शिक्षक के साथ वार्तालाप करते दिखाया गया है। ईद महोत्सव:10वां अध्याय ” है। इसमें ईद को महोत्सव बताया गया है, पर्व नहीं।

भारत में ईद कहीं भी महोत्सव के तौर पर नहीं मनाई जाती है। इसी प्रकार, 10वीं कक्षा में संस्कृत के 14वें अध्याय ‘शास्त्रकारा:’ में भी शिक्षक व विद्यार्थियों का वार्तालाप है, जिसमें एक मुस्लिम नाम है। राज्य सरकार ने सेक्युलर दिखने के लिए इसमें कमाल और रहीम का चरित्र जबरन डलवाया है। इसके विपरीत उर्दू के पाठ्यक्रम में कहीं भी हिंदू पर्वों का उल्लेख नहीं है। मुस्लिम बच्चों को न तो 9वीं कक्षा में और न ही 10वीं कक्षा में हिंदू पर्वों के बारे में पढ़ाया जा रहा है।

Topics: ‘मुस्लिम तुष्टीकरणनौबतखाने में इबादतहिंदी का पाठ्यक्रमईद महोत्सव:Hindi SyllabusEid MahotsavGhazwa-e-Hindबिहार में मुस्लिमEidबिहार इस्लामगजवा-ए-हिंदबिहार के स्कूलों में छुट्टीईदस्कूलों में मुस्लिम
Share5TweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

ईद के दिन भिड़े मुस्लिम समुदाय के दो गुट

ईद पर शांति की जगह ‘जंग’, ईदगाह बन जाती कर्बला का मैदान

नूंह में ईद पर तिरंगे का अपमान : फिलीस्तीनी झंडा लहराकर लगाए गए मजहबी नारे

Eid Bhopal Seoni Muslim Support Palestine

वक्फ बिल के विरोध में बांह पर काली पट्टी,फिलिस्तीन समर्थक पोस्टर, ईद पर भोपाल-सिवनी में नमाजियों की हरकत

VHP

‘मुस्लिम समाज युवाओं के हाथ में पत्थर नहीं, फूल दे’, ईद पर उत्पात पर VHP ने जताई चिंता

Shoaib Jamai Namaz on the road

दिल्ली में सड़क पर नमाज के लिए धमकाने पर उतर आए ओवैसी की पार्टी के नेता, कहा-ये संभल या मेरठ नहीं

कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने बजट में मुसलमानों के लिए 13 घोषणाएं की हैं। इसमें सरकारी ठेकों में मुसलमानों को 4 प्रतिशत आरक्षण का फैसला भी शामिल है

कांग्रेस का ‘हलाल बजट’

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

संगीतकार ए. आर रहमान

सुर की चोरी की कमजोरी

आतंकी अब्दुल रऊफ अजहर

कंधार प्लेन हाईजैक का मास्टरमाइंड अब्दुल रऊफ अजहर ढेर: अमेरिका बोला ‘Thank you India’

जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तान द्वारा नागरिक इलाकों को निशाना बनाए जाने के बाद क्षतिग्रस्त दीवारें, टूटी खिड़कियां और ज़मीन पर पड़ा मलबा

पाकिस्तानी सेना ने बारामुला में की भारी गोलाबारी, उरी में एक महिला की मौत

बलूच लिबरेशन आर्मी के लड़ाके (फाइल चित्र)

पाकिस्तान में भड़का विद्रोह, पाकिस्तानी सेना पर कई हमले, बलूचिस्तान ने मांगी आजादी, कहा – भारत में हो बलूच दूतावास

“भय बिनु होइ न प्रीति “: पाकिस्तान की अब आएगी शामत, भारतीय सेना देगी बलपूर्वक जवाब, Video जारी

खेत हरे, खलिहान भरे

पाकिस्तान ने उरी में नागरिक कारों को बनाया निशाना

कायर पाकिस्तान ने नागरिकों को फिर बनाया निशाना, भारतीय सेना ने 50 ड्रोन मार गिराए

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ

पाकिस्तान बोल रहा केवल झूठ, खालिस्तानी समर्थन, युद्ध भड़काने वाला गाना रिलीज

देशभर के सभी एयरपोर्ट पर हाई अलर्ट : सभी यात्रियों की होगी अतिरिक्त जांच, विज़िटर बैन और ट्रैवल एडवाइजरी जारी

‘आतंकी समूहों पर ठोस कार्रवाई करे इस्लामाबाद’ : अमेरिका

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies