फ्रांस में पैगंबर मुहम्मद का कार्टून बनाने पर फ्रेंच शिक्षक की गला रेतकर हत्या करने के मामले में आज (सोमवार ) क्लोज डोर मुकदमा चलाया गया। शिक्षक सैमुअल पैटी का सिर कलम करने वाले 6 इस्लामिक कट्टरपंथियों के खिलाफ मुकदमा चलाया गया। इसका ट्रायल शुरू हो गया है। हालांकि, इस मामले में अधिक अभी उपलब्ध नहीं हो पाई है।
ये मामला अक्टूबर 2020 का है, जब फ्रांस के पेरिस की स्कूल में इतिहास के शिक्षक फ्रीडम ऑफ एक्सप्रेशन की क्लास ले रहे थे। इसी दौरान उन्होंने पैगंबर मुहम्मद का कार्टून दिखाया। इससे इस्लामिक कट्टरपंथियों ने इसे पैगंबर मुहम्मद का अपमान मान लिया। वो जब स्कूल से बाहर निकल रहे थे तो चेचेन्या के रहने वाले 18 साल के इस्लामिक कट्टरपंथी ने 47 वर्षीय पैटी की हत्या कर दी। हालांकि, बाद में पुलिस ने उसे गोली मार दी।
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रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, सैमुअल पैटी की हत्या में शामिल पांच अन्य आरोपी 14-15 साल के बीच के हैं। आरोप है कि इन सभी ने शिक्षक की रेकी करके हत्यारे को उनके बाहर जाने के बारे में बताया था। इसके अलावा सबसे पहले 15 साल की नाबालिग मुस्लिम लड़की ने अपने अम्मी अब्बू को बताई थी। जबकि, कहा जा रहा है कि जब ऐसा हुआ तो वो अपनी कक्षा में ही नहीं थी। हालांकि, अगर ये सिद्ध होता है तो उस पर आपराधिक साजिश का केस चलाया जाएगा।
आरोप सिद्ध होने पर इन सभी आरोपियों को 2.5 साल की जेल हो सकती है। पैटी की हत्या के मामले में नाबालिगों के खिलाफ 8 दिसंबर तक सुनवाई चलेगी। इसी मामले में 8 वयस्क भी आरोपी हैं, जिन्हें स्पेशल क्रिमिनल कोर्ट में पेश किया जाएगा। गौरतलब है कि यूरोप में फ्रांस में मुस्लिमों की तादात काफी ज्यादा है। फ्रांस खुद को सेक्युलर देश बताता है, जिसकी कीमत उसे कई बार चुकानी पड़ी है। शार्ली हेब्दो मैग्जीन में भी पैगंबर मुहम्मद का कार्टून बनाया गया था। इसके बाद इस्लामिक आतंकियों ने शार्ली हेब्दो के ऑफिस में ही ब्लास्ट कर दिया।
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गौरतलब है कि 2020 में टीचर सैमुअल पैटी की हत्या करने के बाद इस्लामिक कट्टरपंथियों ने अल्लाह हु अकबर के मजहबी नारे लगाकर खौफ का माहौल बनाने की कोशिश की थी। उस हमले के बाद फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने इसे आतंकी हमला करार दिया था।
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