लखनऊ में तैनात अपर पुलिस अधीक्षक, श्वेता श्रीवास्तव के 8 वर्षीय पुत्र को जनेश्वर मिश्र पार्क के सामने एक तेज स्पीड एसयूवी ने रौंद दिया था। इसके बाद आठ वर्षीय बालक की मृत्यु हो गई थी। घटना के समय 8 वर्षीय बालक जनेश्वर मिश्र पार्क के सामने स्केटिंग कर रहा था और सड़क के दूसरी पटरी पर श्वेता श्रीवास्तव टहल रही थीं। घटना करने वाले युवकों ने बताया कि तेज स्पीड की शर्त लगी थी। यह तय हुआ था कि गाड़ी रोकना नहीं है, सामने कोई भी आये उसे उड़ाते हुए निकल जाना है।
घटना के कुछ ही घंटे बाद पुलिस ने गाड़ी बरामद किया और दो युवकों को गिरफ्तार कर लिया था। जानकारी के अनुसार सार्थक सिंह और देव श्री वर्मा एसयूवी से रेस लगा रहे थे। इन दोनों में शर्त लगी थी कि कौन ज्यादा तेज गाड़ी चलाता है। बताया यह भी जा रहा है कि दोनों ने शर्त लगा रखी थी कि गाड़ी को रोकना नहीं है। अगर कोई सामने आएगा तो उसको उड़ाते हुए निकल जाना है।
गाड़ी 120 किलोमीटर प्रति घंटा से भी तेज गति से चल रही थी। जैसे ही बालक नमिश सामने आया। उसे रौंदते हुए गाड़ी आगे निकल गई। घटना के कुछ घंटे बाद ही पुलिस ने आरोपी सार्थक सिंह और देव श्री वर्मा को गिरफ्तार कर लिया। जब दोनों युवकों से ड्राइविंग लाइसेंस मांगा गया तो दोनों ने बताया कि अभी लर्निंग लाइसेंस बना है। पूछताछ के दौरान दोनों युवकों ने बताया कि टक्कर इतनी जोरदार थी कि उन्हें पता लग गया था कि बच्चा नहीं बचेगा। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस ने पहले गाड़ी का पता लगाया। उसके बाद दोनों युवको को गिरफ्तार किया।
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