हरिद्वार। कार्तिक पूर्णिमा को होने वाले गंगा स्नान के लिए उत्तराखंड से लेकर पश्चिम उत्तर प्रदेश के गंगा घाटों पर मेला लगना शुरू हो गया है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में एक दर्जन से ज्यादा गंगा घाटों पर श्रद्धालु अभी से जुटने लगे हैं।
मेरठ के पास हस्तिनापुर के भखदूमपुर गंगा घाट पर मेला लग गया है। यहां टेंट कॉलोनी बसाई गई है। श्रद्धालु यहां बैल-बुग्गीगाड़ियों के साथ पड़ाव डालते हैं और फिर आगे गढ़मुक्तेश्वर की तरफ बढ़ते हैं। सजी-संवरी बैलगाड़ियों में परिवार सहित बैठे ग्रामीणों का अद्भुत दृश्य देखने को मिल रहा है।
ब्रजघाट, गढ़मुक्तेश्वर में भी गंगा किनारे मेले की रौनक है। परंपरा के अनुसार यहां श्रद्धालु कई दिन तक रुकते हैं और संबंधियों से मेलजोल भी करते हैं। बिजनौर के विदुरकुटी गंगा घाट पर प्रशासन ने कार्तिक गंगा मेले की तैयारी की हुई है। बिजनौर बैराज तक मेला लगा हुआ है। व्यंजन स्टाल से लेकर कपड़े, राशन और जरूरी सामान के स्टाल लगाए गए हैं। बच्चो के लिए झूले भी आकर्षण का केंद्र हैं। बिजनौर और नजीबाबाद जिलों में जलीलपुर, नांगल सोती बैराज, बालावली, जलालपुर घाट और अफजलगढ में रामगंगा के किनारे हजारों लोग डेरा डाले हुए हैं।
हरिद्वार में कार्तिक स्नान की तैयारियो के लिए प्रशासन ने व्यवस्था को अंतिम रूप दे दिया है। कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर पंद्रह लाख से भी ज्यादा श्रद्धालुओं के गंगा में डुबकी लगाने की संभावना है। ज्यादातर श्रद्धालु पश्चिम उत्तर प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली और राजस्थान से यहां पहुंचते हैं। जिला अधिकारी धीराज गर्ब्याल ने बताया कि हरिद्वार प्रशासन गंगा स्नान के लिए पहले से ही तैयार रहता है। गंगा स्नान के लिए वार्षिक कैलेंडर बना हुआ है, उसी हिसाब से तैयारी होती है। गंगा मैया में जल छोड़ा जा चुका है, पावन गंगा में आस्था की डुबकी लगाने वालो का स्वागत है।
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