कासगंज। उत्तर प्रदेश के कासगंज जिले में नौकरी-पैसे का प्रलोभन देकर गरीब और वंचित समाज के लोगों के सामूहिक कन्वर्जन की साजिश का भंडाफोड़ हुआ है। ईसाई मिशनरी गैंग के सदस्यों ने विरोध पर स्थानीय लोगों पर जानलेवा हमला भी किया। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए षडयंत्र में शामिल असम, त्रिपुरा, राजस्थान, हरियाणा और यूपी के 10 एजेंटों को गिरफ्तार किया है।
पुलिस के अनुसार, कासगंज में थाना पटियाली कोतवाली इलाके के गांव बिजौरा बंजरान में नौकरी व नकदी का लालच देकर स्थानीय लोगों के सामूहिक मतांतरण की योजना पर काम किया गया था। गांव के रहने वाले प्रमोद कुमार ने इसकी जानकारी होने पर विरोध किया तो षड्यंत्र में शामिल लोगों ने उस पर जानलेवा हमला कर दिया। गला दबाकर उसकी हत्या की कोशिश की। किसी तरह उसकी जान बच सकी। सूचना पर पटियाली कोतवाल गोविंद बल्लभ शर्मा फोर्स के साथ गांव पहुंच गए और घटना में शामिल 10 लोगों को हिरासत में लिया। सभी लोग गांव के अशोक के घर में ठहरे हुए थे, जो खुद मिशरीज के साथ षड्यंत्र में शामिल था। गांववालों को नौकरी व पैसे का लालच देकर मतांतरण के लिए आरोपी दबाव डाल रहे थे।
पीड़ित प्रमोद ने पुलिस को बताया कि उस पर भी कन्वर्जन के लिए दबाव बनाया गया था। पुलिस ने प्रमोद कुमार की ओर से मौके से पकड़े गए असम के गांव वैसपाड़ा जनपद दारांग के निवासी हेमंत पुत्र कुलेन कुलीत, त्रिपुरा के गांव धंसरा जनपद धलाई के निवासी पिजुस मौल्सम व राजस्थान के गांव पथरौला कोतवाली धौलपुर के निवासी महावीर सिंह पुत्र रामजीलाल जाटव, कासगंज जिले में थाना सहावर क्षेत्र के हीरापुर गांव के गबधू सिंह, सुनील कुमार, सूरज, अजय नायक, हरियाणा के गांव टंगैल जनपद अंबाला के प्रकाश पुत्र रौनकी, यूपी के मऊ जनपद के गांव मोहिद्दीनपुर बालिदपुर के निवासी संतोष पुत्र ठिल्लू जाटव के खिलाफ धारा 295 ए, 147, 307, 504, 506, 3/5(1) उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिशेध अधिनियम के तहत केस दर्ज कर सभी को गिरफ्तार कर लिया है।
क्षेत्रधिकारी पटियाली दीप कुमार पंत ने मीडिया को बताया कि पटियाली क्षेत्र में कुछ लोगों द्वारा धर्म परिवर्तन के लिए लोगों पर दबाव बनाने की सूचना मिली थी। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए मौके से 10 लोगों को गिरफ्तार किया है। उनके पास से कई बाइबिल, मोबाइल और कैश भी बरामद किया गया है। सभी अभियुक्तों के खिलाफ आगे की कार्रवाई की जा रही है।
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