इस्राएल रोजाना इस्लामी आतंकवादी संगठन हमास की बर्बरता के साक्ष्य दुनिया के सामने रख रहा है। इनसे पता चलता है कि हमास ने 7 अक्तूबर के हमले और उसके बाद अपनी क्रूरता को कैसे अंजाम दिया है। इस्राएल डिफेंस फोर्स ने जो ताजा वीडियो फुटेज जारी की है उससे साफ दिखता है कि हमास के आतंकवादी 7 अक्तूबर के हमले के बाद, इस्राएली बंधकों को गाजा के अल शिफा अस्पताल में ले गए थे। फुटेज में दिख रहा है कि हमास के आतंकी लड़ाके बंधकों को किस प्रकार जबरदस्ती धकेल हुए अस्पताल में ले जा रहे हैं।
इस्राएल द्वारा जारी फुटेज से कई सवाल खड़े हुए हैं। आखिर 7 अक्तूबर के हमले के बाद, इस्राएली जमीन से पकड़े गए लोगों को आखिर हमास शिफा अस्पताल में क्यों लेकर गए? ये ऐसे सवाल हैं जो उन लोगों और मुस्लिम देशों को चुप कराने के लिए काफी हैं जो हमास को आतंकवादी कहने पर एतराज जताते आ रहे हैं!
7 अक्तूबर के हमले के फौरन बाद, इस्राएल ने आतंकवादी संगठन हमास की कमर तोड़नी शुरू कर दी थी। इस युद्ध को शुरू हुए अब एक महीने से ज्यादा का समय हो चला है। इस्राएल की फौजें हमास के अड्डों और उसके लड़ाकों, हमदर्दों की कमर तोड़ने में लगी हैं। गाजा में लगातार हमले जारी हैं, हर उस जगह की तलाशी ली जा रही है जहां आतंकवादियों के छिपे होने की संभावना है। इसी के संदर्भ में इस्राएल डिफेंस फोर्स ने अल शिफा अस्पताल के एक के बाद एक अनेक वीडियो दुनिया के सामने रखे हैं जो उस हमास की तैयारी और हथियारों के जखीरों की पोल खोलकर रख देते हैं।
इन्हीं में से एक वीडियो में दिख रहा है कि हमास के आतंकवादी इस्राएल में पकड़े लोगों को धकेलते हुए अल शिफा अस्पताल में ले जा रहे हैं। इस्राएल डिफेंस फोर्स ने पूरे साक्ष्यों के आधार पर कहा है कि हमास इस्राएल के शहरों में 7 अक्तूबर को बर्बर नरसंहार रचने के बाद वहां से बंधक बनाए पुरुषों, महिलाओं, बुजुर्गों और बच्चों को शिफा अस्पताल में लेकर गया था।
सवाल है कि क्या हमास के उस दावे में दम है कि उसने बंधकों को शिफा अस्पताल में उनके इलाज के लिए रखा है? इस्राएली फौज का कहना है कि यह सच नहीं है। अगर इलाज की मकसद था तो शिफा से पहले मार्ग में कितने ही अस्पताल थे, लेकिन वे बंधकों को वहां तो नहीं ले गए।
इस्राएली फौज का कहना है कि युद्ध को अब चवालिस दिन हो चले हैं, अभी भी हमास ने 200 से ज्यादा नागरिक बंधक बनाए हुए हैं, क्यों? आज दुनिया के लगभग सभी सही सोच वाले देश और नेताओं का कहना है कि इस्राएल को अपनी रक्षा करने का पूरा अधिकार है और उसने हमास पर हमला करके सही किया है।
सवाल है कि क्या हमास के उस दावे में दम है कि उसने बंधकों को शिफा अस्पताल में उनके इलाज के लिए रखा है? इस्राएली फौज का कहना है कि यह सच नहीं है। अगर इलाज की मकसद था तो शिफा से पहले मार्ग में कितने ही अस्पताल थे, लेकिन वे बंधकों को वहां तो नहीं ले गए।
उल्लेखनीय है कि 7 अक्तूबर को हमास ने इस्राएल पर अचानक हमला बोलकर पुरुषों, महिलाओं, बुजुर्गों और नवजात बच्चों तक, करीब 1500 मासूम नागरिकों को बर्बरता से मार डाला था। इसी हमले के बाद आतंकवादियों ने 200 से ज्यादा लोगों को बंधक बनाया था और जबरन अपने साथ ले गए थे।
गाजा का यह सबसे बड़ा अल शिफा अस्पताल वही है जहां आतकंवादी संगठन की सुरंगें और हथियारों के भंडार मिले हैं। ये सुरंगे अस्पताल के नीचे से आसपास की इमारतों तक जाती देखी गई हैं। इस्राएल डिफेंस फोर्स ने इन सभी सुरंगों को उघाड़कर दुनिया के सामने पेश किया है।
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